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बांसवाड़ा

यहां पांचवी-आठवीं के इम्तिहान से मुंह मोड़ा, पलायन से नाता जोड़ा

– परीक्षा से दूर, पलायन को मजबूर- कई विद्या र्थियों का परिवार के साथ गुजरात-मध्यप्रदेश पलायन- शिक्षक घर तक पहुंचे तो पता चला बच्चे गुजरात गए है

बांसवाड़ाApr 30, 2022 / 08:44 pm

Varun Bhatt

यहां पांचवी-आठवीं के इम्तिहान से मुंह मोड़ा, पलायन से नाता जोड़ा

यहां पांचवी-आठवीं के इम्तिहान से मुंह मोड़ा, पलायन से नाता जोड़ा

वरुण भट्ट/बांसवाड़ा. बिखरी बस्तियां एवं वीरान झोपडि़या। पानी का संकट ऐसा कि हलक तर करने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। रोजगार के नाम पर मनरेगा है, लेकिन इससे दूरी बनाकर परिवार मध्यप्रदेश-गुजरात पलायन कर रहे है। पलायन घर के बड़े-बुजुगोZं तक ही सीमित नही हैं। इसकी जद में बच्चे भी है। जो उम्र किताबों के संग बिताने की है, उसमें मजदूरी को जा रहे परिवारों के साथ अन्य राज्यों की ओर नौनिहाल भी कदम बढ़ा रहे है। कुछ ऐसी ही तस्वीर जनजाति बाहुल्य बांसवाड़ा जिले की है। जहां दो वक्त की रोटी के जुगाड़ में हो रहा पलायन बच्चों को शिक्षा के अधिकार से भी दूर कर रहा है। इन दिनों पांचवीं एवं आठवीं बोर्ड के इम्तिहान चल रहे है। पत्रिका ने मध्यप्रदेश गुजरात की सीमा से लगते गांवों की टोह ली तो कई बच्चे परीक्षा देने ही नहीं पहुंचे थे। जब जानकारी जुटाई तो जवाब मिला वो तो गुजरात गया है। दोनों ही परीक्षा में अनुपिस्थत विद्यार्थियों का आंकड़ा 4300 से अधिक का है, जिसमें कई पलायन की श्रेणी में भी है।
केस एक- गुजरात गया है, आएगा तो भेजेंगे

मध्यप्रदेश के बाजना से लगते राजकीय प्राथमिक विद्यालय अन्नपुरा के दो विद्याथीZ इम्तिहान में शामिल नहीं हुए। छात्र नीलेश के अभिभावकों से संपर्क पर गुजरात जाना बताया एवं आने पर परीक्षा में शामिल करने की बात कही। ऐसी ही िस्थति एक छात्रा की भी थी। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय संगेसरी का छात्र भी परिवार के साथ गुजरात गया हुआ था। शिक्षकों ने बताया कि परीक्षा को लेकर परिजनों से भी संपर्क किया, लेकिन विद्याथीZ घर पर ही नहीं था। ऐसी ही िस्थति छोटी सरवा, कुशलगढ़ व सज्जनगढ़ क्षेत्रों में भी सामने आई।
केस दो- एक माह से पिता संग बच्चे का पलायन

आनंदपुरी-गांगड़तलाई क्षेत्र से भी रोजगार के लिए पलायन करने वाले परिवार बच्चों को भी साथ लेकर जा रहे है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मोना डूंगर में सात विद्याथीर् अनुपिस्थत थे। जिसमें पांच राजकीय प्राथमिक विद्यालय कल्लाजी मंदिर मोना डूंगर के थे। इन बच्चों की हकीकत खंगाली तो 4 बच्चों के गुजरात पलायन का सच सामने आया। जिसमें अनिल पुत्र भुरका एक माह से गुजरात में अपने पिता के साथ मजदूरी पर गया हुआ है। भावेश पुत्र जेता के भी यहीं हाल थे। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हांडी केंद्र पर तो एक निजी विद्यालय के ही 19 विद्याथीZ अनुपिस्थत थे। ऐसी ही िस्थतियां अन्य गांवों की भी है।
ये आंकड़े भी बयां करते कुछ सच

पांचवीं- कुल परीक्षा केंद्र

पंजीकृत विद्याथीZ- 47212 उपिस्थत विद्याथीर्- 45669, अनुपिस्थत – 1543

आठवीं -परीक्षा केंद्र

पंजीकृत विद्याथीZ- 36856, उपिस्थति – 34022, अनुपिस्थत-2834
ये सरकारी परीक्षा से जुड़े सरकारी आंकड़े दो कक्षाओं के है। पहली से बारहवीं कक्षा के अनुप िस्थति के आंकड़े हजारों तक पहुंचते है। हालांकि इसमें पलायन के अलावा अन्य कारण भी अनुप िस्थति के है, लेकिन कई क्षेत्रों में पलायन ही मुख्य कारण है।
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