केस एक- गुजरात गया है, आएगा तो भेजेंगे मध्यप्रदेश के बाजना से लगते राजकीय प्राथमिक विद्यालय अन्नपुरा के दो विद्याथीZ इम्तिहान में शामिल नहीं हुए। छात्र नीलेश के अभिभावकों से संपर्क पर गुजरात जाना बताया एवं आने पर परीक्षा में शामिल करने की बात कही। ऐसी ही िस्थति एक छात्रा की भी थी। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय संगेसरी का छात्र भी परिवार के साथ गुजरात गया हुआ था। शिक्षकों ने बताया कि परीक्षा को लेकर परिजनों से भी संपर्क किया, लेकिन विद्याथीZ घर पर ही नहीं था। ऐसी ही िस्थति छोटी सरवा, कुशलगढ़ व सज्जनगढ़ क्षेत्रों में भी सामने आई।
केस दो- एक माह से पिता संग बच्चे का पलायन आनंदपुरी-गांगड़तलाई क्षेत्र से भी रोजगार के लिए पलायन करने वाले परिवार बच्चों को भी साथ लेकर जा रहे है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मोना डूंगर में सात विद्याथीर् अनुपिस्थत थे। जिसमें पांच राजकीय प्राथमिक विद्यालय कल्लाजी मंदिर मोना डूंगर के थे। इन बच्चों की हकीकत खंगाली तो 4 बच्चों के गुजरात पलायन का सच सामने आया। जिसमें अनिल पुत्र भुरका एक माह से गुजरात में अपने पिता के साथ मजदूरी पर गया हुआ है। भावेश पुत्र जेता के भी यहीं हाल थे। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हांडी केंद्र पर तो एक निजी विद्यालय के ही 19 विद्याथीZ अनुपिस्थत थे। ऐसी ही िस्थतियां अन्य गांवों की भी है।
ये आंकड़े भी बयां करते कुछ सच पांचवीं- कुल परीक्षा केंद्र पंजीकृत विद्याथीZ- 47212 उपिस्थत विद्याथीर्- 45669, अनुपिस्थत – 1543 आठवीं -परीक्षा केंद्र पंजीकृत विद्याथीZ- 36856, उपिस्थति – 34022, अनुपिस्थत-2834
ये सरकारी परीक्षा से जुड़े सरकारी आंकड़े दो कक्षाओं के है। पहली से बारहवीं कक्षा के अनुप िस्थति के आंकड़े हजारों तक पहुंचते है। हालांकि इसमें पलायन के अलावा अन्य कारण भी अनुप िस्थति के है, लेकिन कई क्षेत्रों में पलायन ही मुख्य कारण है।