बांसवाड़ा के लोधा में संचालित मूक बधिर आवासीय विद्यालय में वर्तमान में 80 बच्चे जिन्दगी का पाठ सीख रहे हैं। विषमता के साथ जन्म लेने वाले इन बच्चों को सामान्य लोगों के बराबर खड़ा रखने की जद्दोजहद में लगे शिक्षक इन्हें किताबी ज्ञान हो या अध्यात्म। खेलकूद हो या कला-कौशल, हर क्षेत्र में पारंगत बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
वैसे तो विशेष योग्यजन बच्चों को शिक्षा देने के लिए विशेष लिपि और पद्धतियां हैं लेकिन बच्चों के प्रति शिक्षकों का समर्पण का भाव भी विशेष है। कक्षा के दौरान और कक्षा के बाद भी बच्चों को अधिक से अधिक सिखाने के लिए शिक्षकों ने नए-नए तरीके अपनाए हैं। जो बच्चों को शिक्षित तो करते ही हैंं साथ ही उन्हें जीविकोपार्जन के लिए हुनरमंद भी बनाते हैं। मसलन सिलाई, कढ़ाई, बुनाई सरीखे ढेरों तरीकों से बच्चों का सुनहरा भविष्य बुनने का प्रयास शिक्षकों के द्वारा किया जा रहा है।
80 बच्चे अध्ययनरत हैं विद्यालय में
50 बच्चे निवासरत छात्रावास में
30 छात्र
20 छात्राएं
24 घंटे सीखते हैं कुछ नया
उदयपुर संभाग का सबसे बड़ा विद्यालय
12वीं तक है
कितने बच्चे – 80
आवासीय विद्यालय