script

बांसवाड़ा में सैंकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी का आरोपी पांच दिन पुलिस रिमांड पर, आठ नई शिकायतें भी दर्ज

locationबांसवाड़ाPublished: Jul 09, 2019 05:09:24 pm

Submitted by:

Varun Bhatt

Rajasthan Crime News : डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक की ठगी का अनुमान, सन्मति एसोसिएट चिटफंड कंपनी से जुड़ा मामला

banswara

बांसवाड़ा में सैंकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी का आरोपी पांच दिन पुलिस रिमांड पर, आठ नई शिकायतें भी दर्ज

बांसवाड़ा. सन्मति एसोासिएट के नाम से फर्जी चिटफंड कंपनी का संचालन कर सैकड़ों लोगों से करीब डेढ़ करोड़ से अधिक की ठगी की वारदात के आरोपी को खमेरा थाना पुलिस ने सोमवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे पांच दिन के लिए पुलिस अभिरक्षा में भेजने के आदेश हुए। रिमांड अवधि में पुलिस हड़पी गई राशि व उसकी सम्पत्तियों के बारे में भी पता करेगी। इस बीच आरोपी खमेरा निवासी संजय तोलावत पुत्र शांतिलाल की गिरफ्तारी की जानकारी इलाके में लगते ही सोमवार को एक ही दिन में आठ और एफआईआर दर्ज हुई हैं। पुलिस के अनुसार आरोपी संजय ने दैनिक बचत, मासिक बचत के साथ कई प्रकार की लुभावनी स्कीमों, आरडी और ब्याज पर लोगों से रुपए ऐंठेे और बाद में जब राशि वापस देने का समय आया तो फरार हो गया। पुलिस ने उसे रविवार को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार आरोपी ने वर्ष 2014 में सन्मति एसोसिएट नाम से कंपनी खोली थी और इस कंपनी के माध्यम से करीब तीन साल तक देहात के गरीब लोगों को ठगा। इसके बाद वर्ष 2017 में कपंनी बंद कर दी और फरार हो गया।
बांसवाड़ा जिले के नए एसपी ने पहले ही दिन दिखाई सख्ती, कार्यशैली में सुधार के दिए निर्देश, रात में करवाई नाकाबंदी

ठगी का पहले से अभ्यस्त
पुलिस के अनुसार आरोपी ठगी का पहले से ही अभ्यस्त है। आरोपी पहले बांसवाड़ा की वागड़ समृद्धि में काम करता था। इसके चलते आरोपी घाटोल, पीपलखूंट, खमेरा, नरवाली, भूंगड़ा सहित अन्य कई इलाकों में बतौर एजेंट लोगों से रुपए एकत्रित किया करता था। साथ ही योजनाओं के झांसे में भी ग्रामीणों को लेता था। इसके बाद वहां से हटा तो आरोपी ने अपनी खुद की कंपनी खोल ली और उसी के माध्यम से ठगी का कारोबार करने लगा। ठगी जब बढ़ती चली गई और लोगों का रुपए वापस नहीं पहुंचने लगा तो कलई खुल गई और आरोपी घर से फरार हो गया।
आलीशान ऑफिस में बैठकर खेला खेल
पुलिस के अनुसार आरोपी संजय ने बांसवाड़ा में आलीशान ऑफिस खोल रखा था, जिसमें प्रतिमाह लाख रुपए का खर्चा होता था। इसके अलावा आरोपी ने सबसे ज्यादा ऐसे लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया जो गरीब थे। इनमें सब्जी बिक्री करने वाले से लेकर ठेला गाड़ी चलाने वाले एवं अन्य लोग शामिल हैं। जो रिपोर्ट देने से भी कतरा रहे है। इसके अलावा आर्थिक रूप से समृद्ध लोगों को ऐसी लुभावनी स्कीम का झांसा देता कि वे आरोपी के जाल में फंस जाते थे और उक्त कंपनी में इन्वेस्ट कर देते थे।
थाने पर जमा हुई भीड़
आरोपी की गिरफ्तारी के साथ ही ठगी के शिकार हुए ग्रामीणों का जमावड़ा लग गया। पीडि़त हाथों में डायरियां एवं अन्य दस्तावेज थे। एक एक कर ग्रामीणों ने आरोपी की ठगी की दांस्ता बयां की। ग्रामीणों को समझाने में पुलिस को भी खासाी मशक्कत करनी पड़ी। ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी संजय के खिलाफ खमेरा के अलावा प्रतापगढ़ में भी ठगी की वारदात का प्रकरण दर्ज हुआ है। आरोपी ने प्रदीप कलाल पुत्र मणीलाल कलाल, सुखलाल पंचाल, जयश्री पंचाल पत्नी ईशवर पंचाल, जीना पंचाल, दिलीप बुनकर, राखी दर्जी पत्नी रमेश, रंजना पत्नी पवन कुमार, वैशाली टेलर, जितेंद्र पण्डया सहित कई लोगों ने ठगी की शिकायत पुलिस को दी है।

ट्रेंडिंग वीडियो