बेणेश्वर धाम 26 दिनों से टापू, बिजली-पानी और दूध का संकट, भगवान के भोग में भी व्यंजन गायब दोनों पुलों के दोनों छोर पर ‘माही का समन्दर’ फैला है, लेकिन इन पुलों की रैलिंग्स कुछ स्थानों से क्षतिग्रस्त है, जिसकी मरम्मत को लेकर आरएसआरडीसी के अधिकारी जहमत नहीं उठा रहे हैं। महाराणा प्रताप सेतु की मजबूती के लिए करीब डेढ़ वर्ष पहले इस पर मास्टिक किया गया था, लेकिन इसकी रैलिंग्स की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। न ही किसी प्रकार की सावधानी रखने को लेकर संकेतक लगाया है। बांसवाड़ा को मध्यप्रदेश से जोडऩे वाला यह महत्वपूर्ण मार्ग है और दिन व रात्रि में बड़ी संख्या में यहां वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। ऐसे में विशेष रूप से छोटे वाले पुल पर तो जरा सी चूक किसी बड़े हादसे में बदल सकती है।
बांसवाड़ा रोडवेज की हो रही किरकिरी, निगम की बसें बीच रास्ते छोड़ रही साथ, ठेका संचालक आखिरी समय पर खड़े कर रहे हाथ बड़ी संख्या में पहुंच रहे लोगइधर, इन दिनों बड़ी संख्या में लोग भी गेमन पुल पर माही के बैकवाटर का नजारा देखने पहुंच रहे हैं। मुख्य मार्ग पर वाहनों की आवाजाही को छोड़ते हुए लोग रैलिंग्स के समीप ही खड़े रहते हैं। ऐसे में क्षतिग्रस्त रैलिंग्स के कारण हादसा होने की आशंका बनी हुई है। इस संबंध में आरएसआरडीसी के अधिकारियों से काफी प्रयास के बाद भी संपर्क नहीं हो पाया।