scriptबांसवाड़ा : गर्लफ्रेंड के खर्चे उठाने के लिए जैन मंदिर में सात जनों ने मिलकर की थी चोरी, गेहूं की बोरियों से मिली मूर्तियां | theft accused arrested in Jain temple | Patrika News

बांसवाड़ा : गर्लफ्रेंड के खर्चे उठाने के लिए जैन मंदिर में सात जनों ने मिलकर की थी चोरी, गेहूं की बोरियों से मिली मूर्तियां

locationबांसवाड़ाPublished: Aug 22, 2018 03:18:08 pm

Submitted by:

Ashish vajpayee

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बांसवाड़ा : गर्लफ्रेंड के खर्चे उठाने के लिए जैन मंदिर में सात जनों ने मिलकर की थी चोरी, गेहूं की बोरियों से मिली मूर्तियां

बांसवाड़ा. कोतवाली थाना इलाके के उदयपुर रोड स्थित अहिंसापुरी तिरुपति नगर में गत माह हुई चोरी का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने मंगलवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया व दो नाबालिगों को डिटेन किया है। वारदात के तीन आरोपी अभी तक फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस के प्रयास जारी हंै। वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने मनीष एवं अक्षय की गिरफ्तारी बताई है। कोतवाली थाना प्रभारी शैतान सिंह नाथावत ने बताया कि चार जुलाई को श्री आदिनाथ दिगंबर जिन चेत्यालय अहिंसापुरी तिरुपति नगर उदयपुर रोड स्थित के अध्यक्ष सुरेशचंद्र जैन ने पुलिस को सौंपी रिपोर्ट में बताया कि रात्रि करीब ढाई बजे उसके पड़ोसी अहिंसापुरी निवासी जयप्रकाश का फ ोन आया, जिसने बताया कि अज्ञात आरोपी मंदिर के ताले तोड़ रहे हैं तथा कुछ चोर भीतर घुसे हुए हैं। इस पर समाज के अन्य लोगों को फोन कर मौके पर बुलाया, जिन्होंने देखा कि मंदिर के मुख्य दरवाजे का ताला टूटा हुआ है और कुंदी टूटी हुई है। इसके अलावा मंदिर के भीतर के दरवाजे के ताले टूटे हुए हैं।
इसके बाद भीतर देखा तो मंदिर से भगवान आदिनाथ की पदमासन प्रतिमा 8 इंच उंची तथा भगवान पाŸवनाथ व शीतल नाथ की पदमासन प्रतिमा जो करीब 7 इंच उंची तथा भगवान को विराजमान करने के तीन सिंहासन तथा भगवान के ऊपर लगे तीन छत्र तथा मंदिर में रखी दान पेटी आदि वस्तुएं गायब मिली। रिपोर्ट में बताया गया कि चुराई गई प्रतिमाएं करीब 70 वर्ष पुरानी हैं।इस रिपोर्ट के बाद सीआई के नेतृत्व में गठित पुलिस की स्पेशल टीम को मुखबीर से सूचना मिली कि कोतवाली थाना इलाके के पीपलवा निवासी अक्षय (21) पुत्र कचरू मईड़ा एक सोने जैसी दिखने वाली जैन मूर्र्ति को बेचने की फि राक में घूम रहा है। उसके साथ मे 5-6 अन्य लडक़े भी हंै। संभवत वह मूर्ति चोरी की हो सकती है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को डायलाब के पास देखा तो पुलिस ने पहले पूर्व की चोरियों के संदेह के आधार पर पकड़ा। जब आरोपियों से पूछताछ की गई तो इन्होंने वारदात करना स्वीकार किया। तब पुलिस ने अक्षय को गिरफ्तार करते हुए उसके साथी को डिटेन किया।
सोने की मूर्तियां समझकर चुराई
चोरी की वारदात को आरोपियों ने मंदिर की मूर्तियों को सोने की समझकर अंजाम दिया था। आरोपी मनीष ने ही अपने सभी साथियों को बुलाकर कहा था कि मंदिर में सोने की मूर्तियां हैं जो काफी कीमती हैं, जिन्हें बिक्री कर काफी रुपया आएगा। कोतवाली सीआई ने बताया कि आरोपी सहदेव एवं अक्षय ने भगवान पाŸवनाथ की मूर्तियों को उदयपुर ले जाकर चेक करवाया था और उनको वहीं धुलवाया था। इसके अलावा आरोपियों ने सभी मूर्तियों का बंटवारा भी कर लिया था। इनमें से अक्षय ने मूर्ति को अपने घर गेहूं के संदूक में रख दिया था। वहीं मनीष ने अपनी मूर्ति को जमीन में दबा दिया था।
गर्लफ्रेंड पर खर्च करते थे रुपए
पुलिस के अनुसार चोरी के रुपयों को आरोपी अपने गर्लफ्रेंड पर खर्च करते थे। इसके अलावा ज्यादातर रुपए मौज शौक पर ही उड़ाए जाते थे। नए नए कपड़े एवं मोबाइल भी खरीदे जाते थे। पुलिस के अनुसार आरोपियों से और भी वारदातों का खुलासा हो सकता है।
तीन फरार
सीआई ने बताया कि अक्षय की गिरफ्तारी होने के बाद उसने अपने साथियों के नाम बताए। पुलिस ने कोतवाली थाना इलाके के सागतलाई निवासी मनीष (20) पुत्र जयप्रकाश मईड़ा, पीपलवा निवासी अक्षय (21) पुत्र कचरू को गिरफ तार किया। वहीं दो बाल अपचारियों को डिटेन किया। वारदात के तीन आरोपी पीपलवा निवासी सहदेव पुत्र लालू, गोपाल पुत्र कचरू मईड़ा तथा पीपलोद निवासी सुनील अभी फ रार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
इन्होंने पकड़ा
एसआई चंदन सिंह, कांस्टेबल केशव सिंह, राजेन्द्र सिंह, मुकेश, रामनारायण, राजेन्द्र 693, महिपाल, पंकज, धर्मेन्द्र एवं भोमसिंह।

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