ठीकरिया गांव जिला मुख्यालय की किसी पॉश कॉलोनी से कम नहीं है। गांव के अंदर प्रवेश करते ही शहर जैसी सुविधाएं व व्यवस्थाएं नजर आती है। क्षेत्रवासियों को मलाल यह है कि आदर्श ग्राम पंचायत नहीं कहला पाई। यदि यह तमगा मिल जाता तो विकास के लिए और राशि आती और ग्राम पंचायत का और विकास होता।
ठीकरिया ग्राम पंचायत में 2011 की जनगणना के अनुसार जनसंख्या 6460 थी, जो वर्तमान में बढकऱ अब 10 हजार से भी अधिक हो गई है। यहां की अधिकतर सडक़ें इंटरलॉकिंग या सीसी है। कुछ पर डामरीकरण भी है। ग्राम पंचायत के मध्य से जिला मुख्यालय से गुजरात के दाहोद को जाने वाला एनएच 113 गुजर रहा है। ग्राम पंचायत जिला मुख्यालय से सटी होने से विकास के मामले में हर पायदान पर खरी उतरती प्रतीत होती है। ग्राम पंचायत में सभी धर्मों व जाति वर्ग के लोग निवासरत है।
ठीकरिया स्वयं राजस्व गांव है। इस ग्राम पंचायत में खूंटियापाण, खारवेला, कुंडला बस्ती, त्रिपुरा कॉलोनी, औद्योगिक एरिया शामिल है। यहां की नालियां पक्की है। पानी निकासी की व्यवस्था भी है। रोड लाइटें लगी हुई है, जहां सभी खम्भों पर एलईडी लगाई हुई है। पाइप लाइन बिछी हुई है। सभी घरों में नलों के माध्यम से जलापूर्ति की व्यवस्था है।
ग्राम पंचायत ठीकरिया निर्धारित सारे मापदण्ड पूरे कर रही है। आदर्श ग्राम पंचायत बनाने के लिए प्रयास जारी है।
नारेंग डोडियार, सरपंच ग्राम पंचायत ठीकरिया। ग्राम पंचायत विकास समेत कई मामलों में काफी विकसित है। जिला मुख्यालय से सटी होने से यह नगर परिषद की पैराफेरी में भी आ चुकी है। हम भी इसे आदर्श ग्राम पंचायत बनाने के लिए प्रयासरत हैं।
आनंद पाठक, ग्राम विकास अधिकारी, ठीकरिया।