scriptधरती के भगवान हड़ताल पर, बांसवाड़ा में उपचार के अभाव में तीन और मौतें | Three more deaths due to lack of treatment in Banswara | Patrika News

धरती के भगवान हड़ताल पर, बांसवाड़ा में उपचार के अभाव में तीन और मौतें

locationबांसवाड़ाPublished: Nov 09, 2017 10:44:39 am

Submitted by:

Ashish vajpayee

चिकित्सक आंदोलन का बुरा असर, तीस साल जिस अस्पताल में दी सेवा वहीें महिला नर्सिंगकर्मी की गई जान, नवजात और हादसे में घायल युवक भी मौत के शिकार

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बांसवाड़ा. जिले में चिकित्सकों का आंदोलन मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। मंगलवार को नवजात की मौत के बाद बुधवार को जिस महिला नर्सिंग कर्मी ने एम जी अस्पताल में तीस साल सेवाएं दी व हजारों के उपचार में मददगार बनी उसे ही चिकित्सक के अभाव में समुचित उपचार नहीं मिल पाया और उसने दमतोड़ दिया। इसके अलावा एक और नवजात व एक घायल युवक भी उपचार के अभाव में जान से हाथ धो बैठे।
फस्र्ट ग्रेड नर्सिंगकर्मी माया हंगात बुधवार को अपने मकान की छत से गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गई थी। उसे सिर में चोट लगी थी। परिजन बेहोशी की हालत में उसे एमजी अस्पताल के ट्रोमा वार्ड में लाए, लेकिन चिकित्सकों के अभाव में उसे समुचित उपचार नहीं मिला सका। वार्ड में तैनात नर्सिंगकर्मियों ने जैसे-तैसे माया को प्राथमिक उपचार दिया, लेकिन उसकी हालत और बिगड़ गई। इस दौरान नर्सिंग अधीक्षक ने चिकित्सकों को बुलाने के लिए कई बार संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन किसी भी चिकित्सक से संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद उसे उदयपुर रैफर किया, लेकिन रास्ते में उसने दमतोड़ दिया।
डाक्टर होते तो मिल पाता उचित उपचार

अस्पताल के नर्सिंग अधीक्षक महेश जोशी ने बताया कि यदि अस्पताल में चिकित्सक होते तो घायल माया को उचित उपचार मिल पाता। उसकी चोट काफी गंभीर थी। नर्सिगंकर्मियों ने प्रयास किए। हालत को देखते हुए रैफर किया, लेकिन उसे बचा नहीं पाए वहीं हैल्थ मैनेजर हेमलता ने बताया कि माया कि उदयपुर में मौत हो गई।
नवजात ने तोड़ा दम

एम जी अस्पताल में 5 नवम्बर की शाम 7 बजे जन्मे एक बच्चे की बुधवार दोपहर मौत हो गई। जन्म के समय से कमजोर और बीमार नवजात को चिकित्सकों के आंदोलन के कारण उचित उपचार न मिल सका। इससे दो दिनों में उसका स्वास्थ्य और ज्यादा बिगड़ गया। मंगलवार शाम को उदयपुर से आए चिकित्सक ने जब मोर्चा संभाला तो बच्चे का स्वास्थ्य नियंत्रण से बाहर हो चुका था। अन्त्तत: उसने बुधवार को दम तोड़ दिया।
मां को नहीं बताया

पहले बच्चे की मौत की सूचना से आहत परिजनों ने मां बदु को बेटे की मौत की सूचना नहीं दी। बदु के पति बहादुर ने बताया कि बेटे की तो मौत हो गई। पत्नी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। इसलिए उसे कुछ बताया नहीं है।
हादसे में घायल युवक की भी टूटी सांसें

जिले के कुशलगढ़ क्षेत्र में भी उचित उपचार न मिल पाने के कारण दुर्घटनाग्रस्त ट्रैक्टर चालक अंकित (20) पुत्र हवसिंग कटारा ने दमतोड़ दिया। ठुम्मठ गांव में खेत की जुताई करते समय बुधवार को ट्रैक्टर असंतुलित होकर नदी में गिर गया। इससे दबकर अंकित घायल हो गया। परिजन व अन्य ग्रामीण उसे तत्काल कुशलगढ़ अस्पताल में लेकर आए। परन्तु चिकित्सकों के न होने के कारण उसे इलाज नहीं मिल पाया और वह तड़पता रहा। परिजन उसे प्राइवेट क्लीनिक ले गए। जहां से उसे गंभीर हालत में बांसवाड़ा के एमजी अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया। एमजी पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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