परीक्षा में स्नातक व स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के नियमित, स्वयंपाठी एवं एक्स स्टूडेंट सहित कुल 42 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। विवि की ओर से कुल परीक्षा के लिए अलग-अलग विषयों के 200 प्रश्न पत्र तैयार किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि विवि की ओर से एक ही विषय के पर्चों के बीच अंतराल कम किया गया है, जिससे परीक्षाएं शीघ्रता से पूरी होंगी और परीक्षा परिणाम भी समय पर जारी किया जा सकेगा।
पीजी तो जिला मुख्यालय विवि की ओर से कई गई नई व्यवस्था के तहत स्नातकोत्तर (पीजी) कक्षाओं की परीक्षाएं जिला मुख्यालयों पर स्थित राजकीय महाविद्यालय में होगी। साथ ही विज्ञान व वाणिज्य विषय की परीक्षाएं भी चुनिंदा केन्द्रों पर ही आयोजित की जाएगी।
केन्द्रों में बदलाव अपने ही कॉलेज में परीक्षा नहीं देने के दृष्टिगत परीक्षा केन्द्र में बदलाव किया गया है, लेकिन जहां दूरी, बैठक व अन्य समस्याओं के कारणों से केन्द्र बदलना संभव नहीं हुआ है वहां विवि ने राजकीय अधिकारी पर्यवेक्षक के रूप में तैनात रहेंगे।
05 केन्द्र बंद मोहनलाल सुखाडिय़ा विवि की ओर से बनाए गए परीक्षा केन्द्रों में भी जीजीटीयू की ओर से बदलाव किया गया है। इसके तहत बांसवाड़ा में 03 तथा डंूगरपुर में 02 परीक्षा केन्द्र अव्यवस्थाओं के चलते निरस्त कर दिए गए हैं। वहीं कई केन्द्रों पर इंटक अनुसार परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ाते हुए अन्य कॉलेजों को केन्द्र नहीं बनाया गया है।
अब भी वेरीफाई नहीं परीक्षा आवेदन के बाद अब तक हार्ड कॉपी जमा नहीं कराने के चलते कई परीक्षार्थियों के आवेदन वेरीफाई नहीं हुए हैं। इससे विवि का कार्य प्रभावित है और अब ऐसे आवेदक परीक्षा से वंचित किए जा सकते हैं।
रोल नम्बर शीघ्र टाइम टेबल जारी किया जा चुका है, जो विवि की साइट पर उपलब्ध है। रोल नम्बर भी आगामी दो-चार दिन में जारी कर देंगे। अब तक कई स्टूडेंट के आवेदन कॉलेज से वेरीफाई नहीं होने से समस्या आ रही है, लेकिन अब समय कम है। ऐसे आवेदकों को परीक्षा से वंचित किया जाएगा।
डॉ नरेन्द्र पानेरी, परीक्षा नियंत्रक. जीजीटीयू, बांसवाड़ा
डॉ नरेन्द्र पानेरी, परीक्षा नियंत्रक. जीजीटीयू, बांसवाड़ा