उपचार करने के बाद बातचीत के दौरान भोपे ने कहा वह 40 वर्षों से यह काम कर रहा है। हर दूसरे दिन कोई न कोई सांप काटने से पीडि़त उसके घर आता है। उसने कहा कि अब अस्पताल जाने की कोई जरूरत नहीं। वहां पर जाओगे तो पैसे और ठग लेंगे।
बांसवाड़ा जिले के गांव-गांव, ढाणियों-ढाणियों में भोपों की भरमार है। जो बड़े से बड़े रोगों का उपचार करने का दावा करते हैं। और कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं, जब भोपों के पास से उपचार करा कर अस्पताल पहुंचे पीडि़तों ने दम तोड़ दिया या तबीयत हद से ज्यादा बिगड़ गई। गंभीर से गंभीर मामले सामने आने के बाद भी प्रशासन की ओर से इन्हें पाबंद करने या इन पर कार्रवाई करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए और इसी का खामियाजा है कि भोपों की भरमार है।
पत्रिका के संवाददाता ने भोपे को बताया कि उसके साथी के पैर में काले और बड़े सांप ने काट लिया। यह सुनकर भोपे ने निश्चिंत भाव से कहा घबराओ नहीं सब ठीक हो जाएगा। इसके बाद भोपा घर से एक लोटा लेकर बाहर निकला और पास ही हैंडपंप का पानी भरा, सूर्य के विपरीत दिशा में कुछ मंत्र पढ़े और एक धागे के टुकड़े में कई सारी गांठें बांधकर फिर घर आया और रिपोर्टर के सिर से पांव तक पानी डाला। पानी पिलाया, धागा बांधा इसके बाद रिपोर्टर को उसने थोड़ी देर आराम से बैठने की बात कहते हुए कहा कि कुछ देर में सही होने लगेगा। उपचार के बाद भोपे ने 80 रुपए की डिमांड की और बतायाकि वो इन्हीं पैसों से नारियल लाकर चढ़ाएगा। भोपे ने कहा कि वह सभी प्रकार के जहरीले जानवरों के काटने का इलाज करता है फिर चाहे सांप का जहर हो या कुत्ते का। इसके अलावा भी वो गठिया, मिर्गी और अन्य कई प्रकार के उपचार करता है।