ये है अड़चन
बैंक अधिकारियों के मुताबिक कटे-फटे या गंदे नोटों के बदलने का मामला आरबीआइ नोट रिफं ड रूल्स के तहत आता है जो आरबीआइ एक्ट के सेक्शन 28 का हिस्सा है। इस नियम में 5, 10, 20, 50,100, 500 रुपए के नोटों का जिक्र, लेकिन 200 और 2000 रुपए के नोटों को इसमें जगह नहीं है। सरकार और आरबीआइ ने एक्सचेंज पर लागू होने वाले प्रावधानों में बदलाव नहीं किए हैं, इसके चलते यह परेशानी खड़ी हुई है। यदि प्रावधान में जल्द बदलाव नहीं किया गया तो परेशानी बढ़ेगी।
बैंक अधिकारियों के मुताबिक कटे-फटे या गंदे नोटों के बदलने का मामला आरबीआइ नोट रिफं ड रूल्स के तहत आता है जो आरबीआइ एक्ट के सेक्शन 28 का हिस्सा है। इस नियम में 5, 10, 20, 50,100, 500 रुपए के नोटों का जिक्र, लेकिन 200 और 2000 रुपए के नोटों को इसमें जगह नहीं है। सरकार और आरबीआइ ने एक्सचेंज पर लागू होने वाले प्रावधानों में बदलाव नहीं किए हैं, इसके चलते यह परेशानी खड़ी हुई है। यदि प्रावधान में जल्द बदलाव नहीं किया गया तो परेशानी बढ़ेगी।
अधिवक्ता आज न्यायिक कार्यों में नहीं लेंगे हिस्सा
बांसवाड़ा. वागड़-मेवाड़ में होई कोर्ट बैंच की मांग को लेकर बुधवार को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं आंदोलन संयोजक शांतिलाल चपलोत उदयपुर में आमरण अनशन पर पर बैठेंगे। इस पर बैंच संघर्ष समिति के आह्वान पर यहां जिला अभिभाषक संघ बांसवाड़ा के सदस्य बुधवार को न्यायिक कार्यों में भाग नहीं लेंगे। साथ ही आंदोलन को मजबूती प्रदान करने के लिए न्यायालय परिसर में एकत्रित होकर नारेबाजी करते हुए रैली निकालेंगे। आंदोलन के विषय को लेकर चर्चा करेंगे। संघ के अध्यक्ष अजीत सिंह एवं सचिव गौरव उपाध्याय ने बताया कि गत 16 अप्रेल से बांसवाड़ा के अधिवक्तागण भी रोजाना क्रमिक अनशन कर हाई कोर्ट बैंच की मांग के समर्थन में आंदोलन कर रहे हैं।
बांसवाड़ा. वागड़-मेवाड़ में होई कोर्ट बैंच की मांग को लेकर बुधवार को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं आंदोलन संयोजक शांतिलाल चपलोत उदयपुर में आमरण अनशन पर पर बैठेंगे। इस पर बैंच संघर्ष समिति के आह्वान पर यहां जिला अभिभाषक संघ बांसवाड़ा के सदस्य बुधवार को न्यायिक कार्यों में भाग नहीं लेंगे। साथ ही आंदोलन को मजबूती प्रदान करने के लिए न्यायालय परिसर में एकत्रित होकर नारेबाजी करते हुए रैली निकालेंगे। आंदोलन के विषय को लेकर चर्चा करेंगे। संघ के अध्यक्ष अजीत सिंह एवं सचिव गौरव उपाध्याय ने बताया कि गत 16 अप्रेल से बांसवाड़ा के अधिवक्तागण भी रोजाना क्रमिक अनशन कर हाई कोर्ट बैंच की मांग के समर्थन में आंदोलन कर रहे हैं।