एचआईवी पीडि़त महिला लंबे समय से देह व्यापार में लिप्त बताई गई और इससे उसके संपर्क मे आए लोगों में भी एचआईवी का खतरा पैदा हो गया है। महिला 15 मार्च को जमानत पर रिहा होने के बाद अपने घर चली गई है। बताया गया कि विभिन्न एजेंसियों के जरिये अब उस महिला से संपर्क कर उसकी काउंसलिंग और उपचार के लिए प्रयास किए जाएंगे।
पुलिस के हत्थे चढ़ी सभी महिलाओं की आर्थिक स्थिति कमजोर थी। इनसे देह व्यापार के बाद दलाल दो सौ से तीन सौ रुपए देता था जबकि ग्राहक से पांच सौ रुपए वसूले जा रहे थे। जिले में देह व्यापार की जड़ें काफी गहरी हैं। मुख्यालय के अलावा देहात में भी बड़े स्तर पर देह व्यापार के मामले सामने आते रहे हैं। पिछले दिनो ही बांसवाड़ा शहर और जिले के एक कस्बे के होटलों में आठ युवक युवतियोंं को अपात्तिजनक अवस्था में गिरफ्तार किया गया था।