महिलाओ ने पूछा- प्रशासन की ऐसी क्या है मजबूरी
प्रदर्शन के दौरान महिलााओं ने कहा कि अब तक कई बार कलक्टर और पुलिस के अधिकारियों से देसी शराब के अड्डे बंद करने की गुहार लगाई जा चुकी है। महिलाओं ने अपने स्तर से भी कई बार देसी शराब के अड्डों को नष्ट करने की कार्रवाई की है, लेकिन पुलिस और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। आखिर प्रशासन और पुलिस के समक्ष ऐसी क्या मजबूरी है कि वे कार्रवाई के नाम पर अपने हाथ खींचे हुए हैं। महिलाएं घरेलू हिंसा से लेकर घर में शराब के आदी हो चुके सदस्यों से पीडि़त हैं। फिर भी पुलिस, आबकारी व प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
प्रदर्शन के दौरान महिलााओं ने कहा कि अब तक कई बार कलक्टर और पुलिस के अधिकारियों से देसी शराब के अड्डे बंद करने की गुहार लगाई जा चुकी है। महिलाओं ने अपने स्तर से भी कई बार देसी शराब के अड्डों को नष्ट करने की कार्रवाई की है, लेकिन पुलिस और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। आखिर प्रशासन और पुलिस के समक्ष ऐसी क्या मजबूरी है कि वे कार्रवाई के नाम पर अपने हाथ खींचे हुए हैं। महिलाएं घरेलू हिंसा से लेकर घर में शराब के आदी हो चुके सदस्यों से पीडि़त हैं। फिर भी पुलिस, आबकारी व प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
रुपए लेती है पुलिस
महिलाओं ने सौंपे ज्ञापन में बताया कि वे करीब दस पन्द्रह दिनों से करीब 30 जगह शराब की अवैध भट्टियों को तोडऩे के साथ शराब को नष्ट करने की कार्रवाई कर चुकी हैं। इस दरम्यान आरोपियों से हाथापाई की नौबत तक आ गई। शराब के अड्डे चलाने वाले कहते हैं हम रुपया जमा करवाते हैंं। इसलिए हमें कोई नहीं रोक सकता। ज्ञापन में महिलाओं ने कार्रवाई की मांग की है।
महिलाओं ने सौंपे ज्ञापन में बताया कि वे करीब दस पन्द्रह दिनों से करीब 30 जगह शराब की अवैध भट्टियों को तोडऩे के साथ शराब को नष्ट करने की कार्रवाई कर चुकी हैं। इस दरम्यान आरोपियों से हाथापाई की नौबत तक आ गई। शराब के अड्डे चलाने वाले कहते हैं हम रुपया जमा करवाते हैंं। इसलिए हमें कोई नहीं रोक सकता। ज्ञापन में महिलाओं ने कार्रवाई की मांग की है।
जिला विशेष शाखा के खुफिया तंत्र की खुली पोल
प्रदर्शनकारियों को कलक्ट्री के मुख्यद्वार पर रोकने के लिए पुलिस एवं प्रशासन ने मुख्यद्वार पर एक चौकी लगा रखी है। इसके अलावा ऐसे प्रदर्शनों की पूर्व सूचना के लिए जिला विशेष शाखा तक नियुक्त है। इसके बाद डीएसबी एवं चौकी पुलिस को इसकी खबर तक नहीं लगी। सैकड़ों महिलाएं टै्रक्टरों एवं टैम्पो में भरकर कलक्ट्री पहुंच गई और वहां काफी देर तक नारेबाजी एवं प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों को कलक्ट्री के मुख्यद्वार पर रोकने के लिए पुलिस एवं प्रशासन ने मुख्यद्वार पर एक चौकी लगा रखी है। इसके अलावा ऐसे प्रदर्शनों की पूर्व सूचना के लिए जिला विशेष शाखा तक नियुक्त है। इसके बाद डीएसबी एवं चौकी पुलिस को इसकी खबर तक नहीं लगी। सैकड़ों महिलाएं टै्रक्टरों एवं टैम्पो में भरकर कलक्ट्री पहुंच गई और वहां काफी देर तक नारेबाजी एवं प्रदर्शन किया।