बांसवाड़ा. घर के आंगन की फुलवारी, नन्हीं परी और लाड़ली बिटियाओं ने सोमवार को अपने अभिभावकों के कार्यस्थल पर पहुंचकर कार्य की शैली, प्रक्रिया को समझा। राजस्थान पत्रिका के बिटिया @ वर्क के अन्तर्गत अभिभावकों के कार्य के समय सामने आने वाले चुनौतियों को जाना। सहज और सरल और शांत रहकर अपने मनो-मस्तिष्क को िस्थर रख आत्मविश्वास जगाते हुए इन चुनौतियों से निपटने के प्रयास किए। महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए अपने अभिभावकों के समक्ष सुखद भविष्य की आकांक्षाओं को बलवती किया।
बांसवाड़ा. घर के आंगन की फुलवारी, नन्हीं परी और लाड़ली बिटियाओं ने सोमवार को अपने अभिभावकों के कार्यस्थल पर पहुंचकर कार्य की शैली, प्रक्रिया को समझा। राजस्थान पत्रिका के बिटिया @ वर्क के अन्तर्गत अभिभावकों के कार्य के समय सामने आने वाले चुनौतियों को जाना। सहज और सरल और शांत रहकर अपने मनो-मस्तिष्क को िस्थर रख आत्मविश्वास जगाते हुए इन चुनौतियों से निपटने के प्रयास किए। महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए अपने अभिभावकों के समक्ष सुखद भविष्य की आकांक्षाओं को बलवती किया।