इससे पूर्व पंचायती राज राज्य मंत्री धनसिंह रावत, संसदीय सचिव भीमा भाई, सभापति मंजूबाला पुरोहित ने स्वामी बाबा रामदेव का स्वागत किया। करीब 2 घण्टे से भी अधिक समय तक चले योगाभ्यास के दौरान कई बार उन्होंने राजनीतिक चुटकियों के माध्यम से शारीरिक और मानसिक व्यवस्थाओं पर कटाक्ष किया। योग चिकित्सा एवं ध्यान शिविर का आयोजन 26 अप्रेल तक आयोजित होगा। मंगलवार को स्वामी रामदेव डूंगरपुर के खडग़दा में भी प्रवचन देंगे। वहीं उन्होंने त्रिपुरा सुंदरी मन्दिर में दर्शन लाभ लिया।
तीन दिन सिखाऊंगा योग, तब तक ‘खटपट’ मत करना
बांसवाड़ा. किस घर में खटपट नहीं होती, कोई बड़ा आयोजन होता है तो मतभेद होते रहते हैं। अब मैं तीन दिन तक लोगों को योग सिखाऊंगा तब तक आप सभी शांति पाठ करना। रतलाम से सुबह 6 बजे पहुंचे योग गुरु रामदेव का स्वागत करने के उदयपुर रोड़ पर निज आवास में बनाए गए संत भवन पहुंचे पदाधिकारियों एवं आयोजन समिति के मध्य हुई खटपट की जानकारी मिली तो बाबा रामदेव ने हिदायत दी कि जब गुरु हमारे मध्य है तो उनका गौरव बनाए रखना चाहिए और कम से कम अगले तीन दिन तक तो किसी तरह की खटपट नहीं होनी चाहिए। इस पर सभी ने एक मत से योग शिविर का आयोजन अच्छी तरीके से करने का जयकारा लगाया। गौरतलब है कि रविवार को बाबा के रहने एवं अन्य कार्यक्रमों की व्यवस्था को लेकर मतभेद खुल कर सामने आए थे एवं आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने उनकी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए तैयारी बैठकों का बहिष्कार तक कर दिया था।
बांसवाड़ा. किस घर में खटपट नहीं होती, कोई बड़ा आयोजन होता है तो मतभेद होते रहते हैं। अब मैं तीन दिन तक लोगों को योग सिखाऊंगा तब तक आप सभी शांति पाठ करना। रतलाम से सुबह 6 बजे पहुंचे योग गुरु रामदेव का स्वागत करने के उदयपुर रोड़ पर निज आवास में बनाए गए संत भवन पहुंचे पदाधिकारियों एवं आयोजन समिति के मध्य हुई खटपट की जानकारी मिली तो बाबा रामदेव ने हिदायत दी कि जब गुरु हमारे मध्य है तो उनका गौरव बनाए रखना चाहिए और कम से कम अगले तीन दिन तक तो किसी तरह की खटपट नहीं होनी चाहिए। इस पर सभी ने एक मत से योग शिविर का आयोजन अच्छी तरीके से करने का जयकारा लगाया। गौरतलब है कि रविवार को बाबा के रहने एवं अन्य कार्यक्रमों की व्यवस्था को लेकर मतभेद खुल कर सामने आए थे एवं आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने उनकी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए तैयारी बैठकों का बहिष्कार तक कर दिया था।