scriptबांसवाड़ा : अचानक रात ढाई बजे तबीयत खराब हुई तो पहुंचे अस्पताल, समय पर इलाज नहीं मिलने से युवक ने तोड़ा दम! | Young man dies due to not receiving timely treatment in hospital | Patrika News

बांसवाड़ा : अचानक रात ढाई बजे तबीयत खराब हुई तो पहुंचे अस्पताल, समय पर इलाज नहीं मिलने से युवक ने तोड़ा दम!

locationबांसवाड़ाPublished: Nov 12, 2019 11:15:07 am

Submitted by:

Varun Bhatt

MG Hospital Banswara : महात्मा गांधी अस्पताल में सामने आई संवेदनहीनता, परिजनों ने सुनाई आपबीती

बांसवाड़ा : अचानक रात ढाई बजे तबीयत खराब हुई तो पहुंचे अस्पताल, समय पर इलाज नहीं मिलने से युवक ने तोड़ा दम!

बांसवाड़ा : अचानक रात ढाई बजे तबीयत खराब हुई तो पहुंचे अस्पताल, समय पर इलाज नहीं मिलने से युवक ने तोड़ा दम!

बांसवाड़ा. महात्मा गांधी अस्पताल में एक बार फिर संवेदनहीनता समाने आई। इस बार जिम्मेदारों की संवेदनहीनता ने एक घर का चिराग बुझा दिया। इससे 24 घंटे चिकित्सकीय सेवाओं का दंभ भरने वाली सरकारों और अस्पताल प्रबंधन की कलाई खुलकर समाने आई। नाथेलाव कॉलोनी निवासी 23 वर्षीय युवक हमन ङ्क्षसह पुत्र मनदीप सिंह की तबीयत रविवार देर रात आचानक बिगड़ गई। परिजन उसे आनन फानन महात्मा गांधी चिकित्सालय लेकर पहुंचे। परिजनों को पर्ची काउंटर से लेकर भर्ती पर्ची काउंटर तक के कर्मचारी नदारद मिले। चिकित्सक से परामर्श के बाद परिजनों जब मेल वार्ड पहुंचे तो वहां माकूल सुविधा न मिलने के कारण वापस लौटना पड़ा। जिसके बाद कुछ देर बार हमन ने दमतोड़ दिया।
परिजनों ने यह लगाए आरोप : – मृतक युवक के भाई अमन एवं अन्य परिजनों ने बताया कि रात तकरीबन दो बजे हमन की तबीयत बिगडऩे पर जब चिकित्सालय पहुंचे तो पर्ची कांउटर बंद मिला। सोते कार्मिक को जगाया। फिर चिकित्सक से परामर्श लिया। चिकित्सक ने मेल वार्ड में भर्ती करने को कहा। भर्ती पर्ची बनावाने गए तो वहां भी काउंटर बंद मिला और कार्मिक नदारद था। काफी देर तक जद्दोजहद करने के बाद भर्ती पर्ची बनी। मरीज को वार्ड में लेकर गए तो वहां भी व्यवस्थाओं में खामी मिली। हालत और बिगडऩे पर मरीज को आईसीयू लेकर पहुंचे। लेकिन वहां पर अंधेरा पसरा था और कार्मिक नदारद मिले। परिजनों ने बताया कि उपचार न मिलने पर उपस्थित चिकित्सक को सारी घटना से अवगत कराया। इसके बाद निजी चिकित्सालय की ओर दौड़े, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। मामले को लेकर ड्यूटी डॉक्टर जिमेश पंड्या ने बताया कि युवक को देखने के बाद उसे मेल वार्ड में भर्ती किया था। परिजनों ने बताया कि वहां स्थान न होने के कारण समस्या आई। जिस पर उनसे साथ चलकर कुछ व्यवस्था कराने की बात कही। युवक के परिजन नाराजगी व्यक्त करते हुए चले गए। यथासंभव उपचार के प्रयास किए गए।
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