परिजनों ने यह लगाए आरोप : – मृतक युवक के भाई अमन एवं अन्य परिजनों ने बताया कि रात तकरीबन दो बजे हमन की तबीयत बिगडऩे पर जब चिकित्सालय पहुंचे तो पर्ची कांउटर बंद मिला। सोते कार्मिक को जगाया। फिर चिकित्सक से परामर्श लिया। चिकित्सक ने मेल वार्ड में भर्ती करने को कहा। भर्ती पर्ची बनावाने गए तो वहां भी काउंटर बंद मिला और कार्मिक नदारद था। काफी देर तक जद्दोजहद करने के बाद भर्ती पर्ची बनी। मरीज को वार्ड में लेकर गए तो वहां भी व्यवस्थाओं में खामी मिली। हालत और बिगडऩे पर मरीज को आईसीयू लेकर पहुंचे। लेकिन वहां पर अंधेरा पसरा था और कार्मिक नदारद मिले। परिजनों ने बताया कि उपचार न मिलने पर उपस्थित चिकित्सक को सारी घटना से अवगत कराया। इसके बाद निजी चिकित्सालय की ओर दौड़े, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। मामले को लेकर ड्यूटी डॉक्टर जिमेश पंड्या ने बताया कि युवक को देखने के बाद उसे मेल वार्ड में भर्ती किया था। परिजनों ने बताया कि वहां स्थान न होने के कारण समस्या आई। जिस पर उनसे साथ चलकर कुछ व्यवस्था कराने की बात कही। युवक के परिजन नाराजगी व्यक्त करते हुए चले गए। यथासंभव उपचार के प्रयास किए गए।