मामले को लेकर पीडि़त पक्ष ने बताया कि पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर शनिवार को मजबूर होकर आरोपियों के घर गए थे। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इसके बाद भी पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया। इस कारण रविवार सुबह फिर चिमनलाल को प्रभुलाल के घर पर रख दिया गया। मामले की जानकारी पाटन पुलिस को दी गई। पाटन पुलिस एसएचओ रूपलाल मीणा माय जाब्ता मौके पर पहुंचे और उन्हीं दबाव बनाकर घायल को पुलिस जीप में घर छोड़ आए।
पाटन थानाधिकारी रूपलाल मीणा ने बताया कि उक्त प्रकरण में मामला दर्ज कर अनुसंधान पूर्ण कर लिया गया है, जिसके अनुसार कार्रवाई अवश्य की जाएगी। अभी कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है। पीडि़त पक्ष आरोपी पक्ष पर पैसों की अपेक्षा से दबाव बनाने के लिए घायल को उसके घर के बाहर रख रहे हैं। रविवार को भी पुन: वही किया जिस पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए घायल को मौके से हटवाया।