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डीएम बोले- बाराबंकी में किसी की मौत जहरीली शराब पीने से नहीं हुई, अखिलेश ने कहा- योगी सरकार दे जवाब

locationबाराबंकीPublished: Jan 11, 2018 02:57:05 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाराबंकी में 11 मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है…

Akhilesh Yadav
बाराबंकी. जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी ने बाराबंकी में 11 लोगों के मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हो चुका है कि कोई भी मौत जहरीली शराब पीने नहीं हुई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। बाराबंकी में हुईं मौतों पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
डीएम बाराबंकी ने बताया कि जिले में कुल 11 लोगों की मौत हुई है। इनमें दो की मौत ठंड लगने से और एक व्यक्ति की हार्ट अटैक से मौत हुई है। तीन लोगों की मौत स्प्रिट पीने की वजह हुई है, जबकि 5 लोगों की मौत अलग-अलग वजहों से हुई है। उन्होंने बताया कि लोगों के मौत की सूचना मिलने के बाद रात ही में प्रशासन की टीम ने गांवों का दौरा किया था। शवों को रात में पोस्मार्टम के लिए भिजवाया गया था।
अखिलेश यादव बोले- जवाब दे सरकार
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बाराबंकी में लोगों की मौत का कारण अवैध शराब है। सरकार को निर्दोष लोगों की मौत का जवाब देना होगा।
मले को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री और सपा नेता अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला किया है. उन्होंने कहा है कि बाराबंकी में लोग अवैध शराब पीने के कारण मारे गये हैं. सरकार को जवाब देना होगा कि ऐसे जिंदगियां कैसे चली गयीं ? अगर उन्हें कारण पता है तो उन्हें खुद को आईने में देखना होगा. ऐसे ही हादसे एटा में भी हुए. जिलाधिकारी ने बताया कि तीन लोगों की मौत स्प्रिट पीने के कारण हुई है. अभी भी इसका सेवन करने वाले तीन लोग गंभीर हालत में हैं. छह लोगों ने सलारपुर में स्प्रिट एक दावत में पी थी. इस रिपोर्ट पर एसपी ने भी हामी भरी है. जिलाधिकारी ने आगे बताया कि देवा का स्प्रिट लाइसेंसी 10 रुपये की स्प्रिट की शीशी बेचा करता था. उसके पास से स्प्रिट बरामद करने के साथ उसको गिरफ्तार किया गया है.
परिजनों ने कहा था कि शराब पीने से हुई थी मौतें
डीएम की रिपोर्ट से पहले मृतक के परिजन कह रहे थे कि मृतक एक समारोह में गये थे, जहां उन्होंने शराब पी थी, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई है। मामले में उत्तर प्रदेश के आबकारी मंत्री ने कहा था कि जहरीली शराब से मौत की पुष्टि होने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों की मौत कैसे हुई है, इसकी जांच के लिए लखनऊ से एक टीम बाराबंकी भेजी गई है।
आबकारी विभाग पर मैनेज करने का आरोप
देवा थाना क्षेत्र के रीवा, रतनपुर, जसनवारा, सलारपुर देवगांव, मुनिया पुरवा, ढिंढोरा आदि गांवों में शराब से मौत की खबर फैलते ही हड़कंप मच गया था। जहरीली शराब से मौत होने की खबर फैलते ही आबकारी विभाग सक्रिय हो गया। टीम रात में गांव पहुंची। ग्रामीणों ने बताया कि विभाग के कर्मचारियों ने शराब के क्षेत्रीय ठेकेदारों को मामले को मैनेज करने के लिए भेजा। इस दौरान आबकारी विभाग के कर्मचारियों ने मृतकों के परिजनों से कागज पर अंगूठे भी लगवाये। गांववालों ने बताया कि आबकारी विभाग के कर्मचारियों ने मृतकों के परिजनों में पैसे भी बांटे और उन्हें बरगलाते हुए कहा कि वो मौत का कारण ठंड बताएं।
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