आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी नोडल अधिकारी डा. डीके श्रीवास्तव ने बताया जनपद में जिन लाभार्थी परिवारों के अब तक गोल्डन कार्ड नहीं बने हैं उन परिवारों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने के लिए 15 जनवरी तक विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान लाभार्थियों को खोज कर उनका गोल्डन कार्ड बनाया गया। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत 12 हजार 617 लोगों का गोल्डन कार्ड बनाया गया।
इस दौरान क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता चिन्हित लाभार्थी परिवार और उनके सदस्यों को जन सेवा केंद्र तक ले जाकर उनका गोल्डन कार्ड बनवाया गया। साथ ही ज्यादा लाभार्थी परिवार गांव में एक विशेष कैंप लगाकर गोल्डन कार्ड बनाया गया, ताकि आने वाले समय में शत प्रतिशत गोल्डन कार्ड बनाया जा सके। अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य टीम की पूरी तरह से सक्रियता बनी रही।
उन्होंने बताया सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 के अनुसार बाराबंकी में आयुष्मान भारत योजना के तहत करीब 2 लाख 69 हजार 354 लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं । वहीं प्रदेश में इस योजना के अंतर्गत कुल 1.18 करोड़ लाभार्थी परिवार है जिसमें से 92 लाख परिवार ग्रामीण इलाकों से आते हैं, जिसमें से 57,21,834 ऐसे परिवार है। जिनके किसी भी सदस्य का गोल्डन कार्ड अभी तक नहीं बन पाया है। उसके लिए विशेष अभियान जनपदों में चलाया जा रहा है।
जनपद के इन अस्पतालों में बनाये जा रहे गोल्डन कार्ड नोडल अधिकारी ने बताया जनपद में आयुष्मान योजना में शामिल किए गए चिकित्सालयों में जिला चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय व सीएचसी देवा, रामसनेही घाट व निजी चिकित्सालय में- हिन्द मेडिकल कालेज, मेवा मेडिकल कालेज, आस्था हास्पिटल, आहुजा नर्सिग होम, जैन नर्सिंग होम, कृष्णा मैटरनिटी हास्पिटल, रामसनेही घाट में आकांक्षा नर्सिंग होम, पारान अस्पताल, शान्ति पॉलिक्लिनिक, शेरवुड अस्पताल समेंत कुल 34 अस्पतालों में निशुल्क व जनसेवा केन्द्रों पर निर्धारित 30 रूपया शुल्क लेकर गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है। योजना के तहत अब तक 3538 से अधिक मरीजों को इलाज मिल चुका है।
कैसे जाने आपका नाम है या नहीं ? – निशुल्क हेल्पलाइन नंबर 180018004444 पर कॉल करके। – अपने क्षेत्र की आशा से भी जानकारी ले सकते हैं। – जनसेवा केंद्र से।
– अस्पतालों में तैनात आरोग्य मित्रों के द्वारा भी जानकारी लें सकते हैं। – वेबसाइट पर जाकर भी चेक कर सकते हैं।