प्रशासन ने अपने खर्च पर अलग-अलग जनपदो के लिए बस की व्यवस्था कर उनके गृह जनपद भेजने का काम किया।
बाराबंकी बस हादसा मामला: सभी यात्रियों को प्रशासन ने भेजा बिहार, जिला प्रशासन के सेवाभाव के मुरीद हुए पीड़ित
बाराबंकी. जनपद बाराबंकी में बिहार जा रही बस के यात्रियों का एक्सीडेंट हो गया। इस भीषण सड़क हादसे में 18 यात्रियों की दुखद मृत्यु हो गयी और बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए। जिला प्रशासन ने मानवता का परिचय देते हुए घायलों का इलाज, मृतकों के पोस्मार्टम करवाकर सभी को उनके गृह जनपद भेजने की व्यवस्था कर दी। जिला प्रशासन के इस सेवाभाव से पीड़ित अभिभूत दिखे और जमकर प्रशंशा की।
जिला प्रशासन के सेवाभाव के मुरीद हुए पीड़ित बाराबंकी के थाना राम सनेही घाट इलाके से होकर गुजरने वाले अयोध्या-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित कल्याणी नदी के पुल पर एक तेज रफ्तार ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी, साथ ही बस के किनारे और नीचे बैठे यात्रियों को भी अपनी चपेट में लेकर मौत की विनाशलीला रच दी। दरअसल हरियाणा से बिहार के मजदूरों को उनके गृह राज्य बिहार लेकर जा रही इस बस का एक्सेल पुल पर टूट गया था और गर्मी के कारण खचाखच भरे यह मजदूर बस से नीचे उतर कर बस के बनने का इंतजार कर रहे थे और ट्रक की चपेट में आ गए। इस हृदयविदारक हादसे में 18 मजदूरों की मौत हो गयी और दर्जनों मजदूर घायल हो गए। यात्रियों के मुताबिक हादसे के बाद से ही पुलिस और प्रशासन के लोग उनकी चिन्ता में लग गए और जो बन पड़ा वह मदद उन्हें बिना मांगे मिली।
सभी को भिजवाया गया घर प्रशासन ने अपने खर्च पर अलग-अलग जनपदो के लिए बस की व्यवस्था कर उनके गृह जनपद भेजने का काम किया। लोगों की आंखें उस समय छलछला उठीं जब एक मजदूर अपने बच्चे के लिए बस से साइकिल लेकर घर जा रहा था और वह भी टूट गयी। उस टूटी हुई साइकिल को भी अपने छोटे बच्चे के लिए वह लेकर जा रहा था। घर जा रहे यात्रियों ने बताया कि जिस समय से हादसा हुआ है उसी समय से पुलिस और प्रशासन ने उनका ध्यान रखना शुरू कर दिया और खाने पीने से लेकर इलाज तक उन्हें बिना मांगे मिल रहा था और अब वापस घर जाने के लिए बस की व्यवस्था भी अपने खर्च पर करके दी है। घर पहुंचकर सबसे पहले वह अपना इलाज करवाएंगे और फिर लोगों से लम्बी यात्रा में सावधान रहने की बात समझाएंगे।