इन्होंने उठाया था मुद्दा दर्शन यादव ने बताया कि साल 2016 में वह ट्रांसफर होकर बाराबंकी आए थे और इसी पुलिस क्लब में उनका पहला ठिकाना बना था। उस समय इस क्लब की अवस्था काफी जर्जर थी और यहां खाने और रहने की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। जिसके बाद उन्होंने क्लब की इस बुरी हालत के बारे में जिले के पुलिस अधीक्षक को बताया उसके बाद इसे लेकर काम शुरू हुआ, जो आज पूरा हो चुका है। जिसके बाद आज यहां एक बेहतरीन गेस्ट हाउस बन सका है।
बाराबंकी पुलिस की तारीफ वहीं इस पुलिस क्लब का उद्घाटन करने बाराबंकी आए अपर पुलिस महानिदेशक लखनऊ जोन एसएन साबत ने बताया कि ये भवन एकदम जर्जर हालत में था, जिसका पुलिस अधीक्षक और उनकी टीम के द्वारा जीर्णोधार किया गया। इसमें वो लोग रहते हैं जो दूसरे जिलों से ट्रांसफर होकर आते हैं। जबतक उनकी तैनाती नहीं हो जाती, तब तक वह यहीं रहते हैं। उन्होंने बताया कि इस क्लब में 20 पुलिस इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर रह सकते हैं। अब इस क्लब में सारी व्यवस्थाएं हो चुकी हैं। इसके लिए मैं बाराबंकी पुलिस को बधाई देता हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि बाराबंकी पुलिस को कोरोना की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों के लिए भी बधाई देता हूं।