बाराबंकी के जिलाधिकारी उदय भान त्रिपाठी ने बताया कि अब तक इस मामले में कुल 18 लोगों की जान गई है। फिर सभी को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से दो लाख रुपए का मुआवजा दिया गया है। डीएम ने बताया कि चार अन्य लोगों के परिजन भी इस बात का दावा कर रहे हैं कि उनकी जान भी जहरीली शराब पीने से हुई है। इसलिए उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट और स्थानीय लोगों का बयान के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जल्द ही मौत के कारणों का पता लगा लिया जाएगा।
बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक अजय साहनी ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और अभी किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। हम लोग यह पता लगा रहे हैं कि यह माल कहां से आया था। जल्द ही हम लोग इस केस से जुड़े सारे पहलुओं का खुलासा करेंगे। इस केस में मुख्य आरोपी ठेका धारक दानवीर सिंह और आबकारी निरीक्षक रामतीर्थ मौर्य की भी गिरफ्तारी हो चुकी है। मामले में एक आरोपी पप्पू जायसवाल को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था। पप्पू जायसवाल के पैर में गोली लगी है। उन्होंने बताया कि मामले में और जो भी आरोपी होंगे उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।