उत्पीड़न के विरोध में एकजुट हुए सभी बीडीओ अमित त्रिपाठी का आरोप है कि जिला स्तरीय अधिकारी लगातार उनका उत्पीड़न कर रहे थे। अन्य ब्लाकों को छोड़कर सिर्फ रामनगर में छापेमारी की जा रही है। यह इसलिए हो रहा था कि भाजपा सांसद ने रामनगर बीडीओ के पक्ष में सिफारिश की थी, इसलिए जिला स्तर के अधिकारी चिड़ गए और उत्पीड़न शुरू कर दिया। इससे परेशान होकर उन्होंने त्यागपत्र दे दिया। पत्र मिलने के बाद डीआरडीए में बैठक हुई। इसमें पीडीएस संघ के सभी बीडीओ शामिल हुए। दो घंटे चली बैठक के बाद सभी बीडीओ संघ के प्रदेश अध्यक्ष एके सिंह से मिलने चले गए। उनसे वार्ता हुई। उत्पीड़न के विरोध में प्रदेश के सभी बीडीओ एकजुट हो गए हैं।
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महंत परमहंस दास को किया गया हाउस अरेस्ट, बोले …तो कॉलेज में जाकर करेंगे हनुमान चालीसा का पाठ 31 जुलाई को मारा था छापा 31 जुलाई को जिलाधिकारी डॉ. आदर्श सिंह, सीडीओ एकता सिंह, डीडीओ भूषण कुमार, परियोजना निदेशक मनीष कुमार, सहायक अभियंता टीएन सिंह ने ब्लॉक रामनगर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में बीडीए अमित त्रिपाठी नहीं मिले थे। इन्होंने बताया था कि निरीक्षण में फील्ड में गए थे, हालांकि थोड़ी देर बाद बीडीओ पहुंच गए। यहां नरेगा सेल में लंबित प्रकरण मिले, पत्रावलियां ठीक नहीं मिली। इस पर बीडीओ और डीसी मनरेगा को फटकार लगाई। इसके अलावा कटियारा गांव में स्थित दो तालाबों का निरीक्षण किया, यहां तालाबों पर काम नहीं होता मिला। जबकि मस्टर रोल भरा गया था।