मामला नगर कोतवाली क्षेत्र में पल्हरी चौराहा के पास लौताबाग का है। जहां के निवासी टायर व्यापारी मो. सलाम अपने पड़ोसी जफर की बहन की शादी में हिस्सा लेने गए थे। घर से कुछ दूरी पर ही कार्यक्रम स्थल से रात करीब 12 बजे सलाम का सात साल का बेटा मो. वारिस अचानक गायब हो गया। बच्चा रसौली के एक स्कूल में कक्षा दो का छात्र है। परिजन बच्चे की तलाश कर ही रहे थे कि रात करीब दो बजे मो. सलाम के साले मो. रजा के पास अपहरणकर्ताओं का फोन आया। अपहरणकर्ता ने फिरौती के बीस लाख रुपये मांगे और न देने या पुलिस को सूचना देने पर बच्चे की हत्या की धमकी दी।
देर रात जब मामला पुलिस के संज्ञान में आया। जिसके बाद पुलिस ने उस नंबर को ट्रेस करना शुरू किया, जिससे फोन आया था। पुलिस की सक्रियता देख अपहरणकर्ता बच्चे को जैदपुर रोड पर स्थित एक प्लाटिंग साइट पर बने कमरे में छोड़ गए थे। जिसके बाद यह बच्चा किसी तरह बाहर निकला। जब गांव के लोगों ने उसे देखा और बंधन खोलकर उसे एक होटल पर बिठाया और अपहरण की सूचना लोगों को दी। उसके बाद पुलिस ने बच्चा सकुशल परिवारजन तक पहुंचाया।
बाराबंकी एसपी डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि बच्चा सकुशल मिल गया है। पुलिस अपहरणकर्ताओं के मोबाइल लोकेशन के आधार पर उनकी तलाश कर रही थी। इसकी जानकारी कोई अपहरणकर्ताओं को दे रहा था। इससे किसी करीबी के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। सर्विलांस में अपहरणकर्ताओं की लोकेशन सतरिख थाना क्षेत्र के ग्राम छेदानगर में मिली। पुलिस ने उस ओर रुख किया तो अपहरणकर्ताओं का मोबाइल स्वीच ऑफ हो गया। फिलहाल अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपितों की तलाश चल रही है।