होलिका दहन का वीडियो वायरल होते ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट के जरिये कहा था कि इस ‘होलिका दहन’ का संदेश स्पष्ट है कि दलित व पिछड़े समाज को भाजपा काल में वैसे ही दबाया-जलाया जाएगा जैसा सदियों से हुआ है। बीते 5 वर्षों में दलित व पिछड़े वर्गों का अपमान और उनके साथ अन्याय ने हर सीमा पार कर दी है। अब वंचित वर्गों का आक्रोश भाजपा को जल्द दिखाई देगा।
होलिका दहन का आयोजन करने आये भाजपा समर्थक राम बाबू द्विवेदी ने कहा था कि होलिका दहन का त्योहार तो प्राचीनकाल से चला आ रहा है। इस त्योहार की मान्यता है कि आज के दिन एक बुआ अपने भतीजे को लेकर आग में बैठी थीं, जिसमें कुटिल बुआ तो भस्म हो गई थी और सदाचारी भक्त भतीजा सकुशल आग से बच गया था। हमने उन्हीं मान्यताओं का ध्यान में रखकर बुआ और भतीजे दोनों को भस्म किया है। क्योंकि यह भतीजा भी अपनी बुआ की तरह राक्षसी प्रवृत्ति का है। इस बुआ भतीजे की जोड़ी ने बारी-बारी से प्रदेश को लूटने का काम किया है। हमने इन आसुरी शक्तियों को स्वाहा कर यह संकेत दिया है कि अब भारत में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार बनेगी और अबकी बार उनकी सीटें 400 पार करेंगी।
होलिका दहन करने आये मुकेश ने बताया कि होलिका में आधुनिक बुआ-भतीजे का प्रतीकात्मक दहन इस बात का संकेत है कि जनता अब इन दोनों के बहकावे में नहीं आने वाली। अबकी बार फिर एक बार मोदी सरकार को सत्ता में वापस लाने का काम करेगी। जनता यह जान चुकी है कि इनके पीछे इनके आका राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हैं। जिन्होंने अभी तक प्रदेश को घूमकर भी नहीं देखा था, मगर अपने कुनबे पर, अपनी पार्टी पर संकट आता देखकर देश के सबसे बड़े चुनावी समर उत्तर प्रदेश में सक्रिय हो गई हैं। जनता को पता है कि इनका पूरा खानदान जमानत पर है और अपने कुनबे को बचाने के लिए ही यह सब एक हो रहे हैं।