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अभिनेत्री कंगना राणावत को सुरक्षा देने पर कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने उठाये सवाल, कही बड़ी बात

locationबाराबंकीPublished: Sep 10, 2020 11:20:40 am

मुंबई में अभिनेत्री कंगना राणावत को वाई श्रेणी की सुरक्षा केन्द्र सरकार ने क्या दे दी उसकी गूंज बाराबंकी में भी सुनाई दी।

PL Punia

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बाराबंकी. सुशांत सिंह राजपूत केस के साथ जुड़ती जा रही रिया चक्रवर्ती इस समय चर्चा का केन्द्र बनी हुई हैं। इस केस में सुशांत और रिया के बाद कोई नाम चर्चा में है तो वह है अभिनेत्री कंगना राणावत का। कंगना राणावत सुशांत केस में शुरू से ही काफी मुखर रही हैं, लेकिन इस बार उनके नाम की चर्चा उनके मुखर होने की वजह से नही बल्कि उन्हें केन्द्र सरकार द्वारा वाई श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने को लेकर है। कंगना को मिली सुरक्षा पर कांग्रेस ने सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर पी.एल. पुनिया ने उन्हें सुरक्षा दिए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस मामले में केन्द्र सरकार ने राज्य सरकार से परामर्श नहीं लिया। जिससे गलत संदेश जाता है।
पीएल पुनिया ने उठाये सवाल

मुंबई में अभिनेत्री कंगना राणावत को वाई श्रेणी की सुरक्षा केन्द्र सरकार ने क्या दे दी उसकी गूंज बाराबंकी में भी सुनाई दी। बाराबंकी में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद डॉक्टर पी.एल. पुनिया ने कंगना राणावत को सुरक्षा प्रदान किये जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि किसी को सुरक्षा देना केन्द्र सरकार का विशेषाधिकार है। वह किसी को भी सुरक्षा दे सकती है। मगर यह काम अगर महाराष्ट्र की राज्य सरकार से परामर्श करके किया जाता तो गलत संदेश जाने से बचा जा सकता था। हो सकता है कि राज्य सरकार स्वयं ही अपनी ओर से अभिनेत्री को सुरक्षा देती।
आपसी सहमति से देनी चाहिये थी सुरक्षा

डॉक्टर पुनिया ने केन्द्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि सुरक्षा देने से पहले इस संबंध में केन्द्र सरकार को राज्य सरकार से चर्चा करनी चाहिए थी। उसे भी विश्वास में लेना चाहिए था। केन्द्र सरकार ने बिना राज्य सरकार से चर्चा किये अपनी ओर से कंगना को सुरक्षा प्रदान कर दी। कंगना राणावत हिंदुस्तान की मशहूर अभिनेत्री हैं और अगर कोई वजह है तो उन्हें सुरक्षा देनी चाहिए। मगर यह काम अगर केन्द्र और राज्य सरकार आपसी सहमति से विचार विमर्श करके करते तो गलत संदेश से बचा जा सकता था। हो सकता है राज्य सरकार अपनी ओर से ही उन्हें सुरक्षा प्रदान करती और केन्द्र सरकार की आवश्यकता ही न पड़ती। दोनों सरकार अगर मिलकर आपसी सहमति और सद्भाव से यह काम करतीं, तो ज्यादा बेहतर होता।
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