जिला प्रतिक्षण अधिकारी डॉ राजीव ने बताया कि कोविड -19 टीकाकरण आज सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाएगा। इसमें स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों को कोविड -19 टीका से प्रतिरक्षित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविन पोर्टल पर पंजीकृत सभी लोग आज टीकाकरण केंद्र पर समय से पहुंचे। क्योंकि टीका की एक शीशी से 10 लोगों की डोज होती है। शीशी खुलने के बाद एक नियत समय तक ही उसको उपयोग में ला सकते हैं। उन्होने स्पष्ट कि कोविड – 19 का यह टीका सबसे सुरक्षित टीका है। यह शरीर पर किसी तरह का प्रतिकूल प्रभाव नहीं छोड़ता है। उन्होने बताया कि शुक्रवार को जिले में 9 केन्द्रों पर टीकाकरण आयोजित किए जा रहे हैं। इस दौरान जनपद के 7800 लोग प्रतिरक्षित किया जाएगा। 16 जनवरी को जिन लोगों को प्रतिरक्षित किया गया है। उनका अगला डोज 15 फरवरी निर्धारित है। कोरोना का टीका लगने के बाद यदि तबीयत न लगना, थकान महसूस होना, कंपकंपी या बुखार सा महसूस होना, सिर दर्द, मतली, जोड़ो या मांसपेशियों में दर्द की समस्या आ रही है तो इसका मतलब यह टीका शरीर पर असर कर रहा है।
टीकाकरण ससुरक्षितजिले के जिला प्रतिक्षण अधिकारी डॉ राजीव ने बताया कि मैंने 16 जनवरी को कोरोना का टीका लगवाया था। तब से लेकर आज तक मुझे कोई परेशानी नहीं हुई है। यह हमारे देश की स्वदेशी वैक्सीन है और वह पूरी तर सुरिक्षत है। उन्होने जिले में दूसरे दौर में नामित सभी लोगों से अपील की है कि अपने स्वास्थ्य ईकाई पर समय से पहुंचकर टीकाकरण करवाये।
जिला अस्पताल के डा मुदित महलोत्रा ने बताया कि टीकाकरण के पहले भीड़ देखकर थोड़ा नर्वस जरूर था लेकिन टीकाकरण होने के बाद से अब तक कोई परेशानी नही हुई है। यह वैक्सीन पूरी तरह सुरिक्षत है। इसलिए अफवाहों पर कताई ध्यान देने की कोई जरूरत नहीं है।
सतरिख गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्री देवी वर्मा ने बताया कि कोरोना टीकाकरण के बाद से अभी कोई दिक्कत नही महसूस हो रही है। बताया कि, कोरोना टीका लगवाकर “हमें दिक्कत होती तो हम लोगों को समझाने में सक्षम नहीं हो पाते। हमें कोई दिक्कत नहीं हुई। इसलिए हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करके टीका लगवाएंगे।
पहले चरण मे 74 % तक हुआ टीकाकरण 16 जनवरी यानि कोविड टीकाकरण के पहले दिन बाराबंकी में 74 प्रतिशत लोगों को प्रतिरक्षित किया गया जबकि प्रदेश स्तर यह औसत 71.43 प्रतिशत रहा है।
टीका लगवाने से पहले दें पूरी जानकारी टीका लगवाने से पूर्व यदि एलर्जी, बुखार, रक्त बहने या रक्त पतला करने की कोई दवा ले रहे हैं, या प्रतिरक्षा क्षमता कम है तो संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी को जानकारी दें। गर्भवती या स्तनपान करा रही महिलाओं को भी टीका लेने से पहले स्वास्थ्य अधिकारी पूरी जानकार देनी चाहिए। सीरम इंस्टीट्यूट की फैक्टशीट के अनुसार कोविशील्ड टीका 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए है। यह टीका उन लोगों को नहीं लगना है जिन्हें पहली खुराक के बाद गंभीर रूप से एलर्जी हुई हो। इसके लिए चिकित्सक से परामर्श लें। कोविशील्ड से जुड़े प्रतिकूल प्रभाओं को लेकर सामान्य तौर पर तबीयत न लगना, थकान महसूस होना, कंपकंपी या बुखार सा महसूस होना, सिर दर्द, मतली, जोड़ो या मांसपेशियों में दर्द की शिकायत आम हो सकती है। वैक्सीन लगने के बाद कुछ घंटों में यदि कोई साइड इफेक्ट दिखता है तो इस बारे में वैक्सीन लगाने वाले को या टोल फ्री नंबर पर तत्काल जानकारी दें।