करोड़ो रूपये खर्च हो गए लेकिन आज भी सड़कों पर बीमारी की शिकार गायें कराह रही हैं।
करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद सड़कों पर बीमार दिख रही गायें, मदद के लिए आगे आ रहे लोग
बाराबंकी. जनपद बाराबंकी में इन दिनों सड़कों पर गाये और सांढ़ के होने की वजह से सड़क दुर्घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। करोड़ो रूपये खर्च हो गए लेकिन आज भी सड़कों पर बीमारी की शिकार गायें कराह रही हैं। जिले में कुछ ऐसे लोग हैं, जो ऐसी गायों की हालत देख उनकी मदद के लिए आगे आ रहे हैं।
सड़कों पर घूम रही गायें सरकार छुट्टा जानवरों के लिए गौशालाओं को बनवाने में करोड़ो रूपये खर्च कर रही है। बावजूद इसके आज भी शहर और गांव की सड़कों पर बीमारियों से पीड़ित गायें और सां छुट्टा घूम रहे हैं। जिनको देखने वाला कोई नहीं है। ऐसा ही एक नजारा बाराबंकी के छाया चौराहे के नजदीक दिखा। जब एक बीमार कमजोर बुजुर्ग गाय बीच सड़क पर भूख से तड़प थी। स्थानीय निवासी मन्नूलाल चौरसिया ने आसपास खड़े लोंगो की मदद से उसे उठाकर सड़क के किनारे करवा दिया।
बेजुबानों की मदद को आगे आये लोग गाय को पानी पिलाकर जिले के पशु चिकित्साधिकारी डॉ मार्कण्डेय को मामले की जानकारी दी गयी। जिनके निर्देश पर मौके पर आए पशु चिकित्सक सुरेश कुमार ने गाय का इलाज किया। उन्होंने बताया कि गाय को ठंड लगने के साथ पालीथीन खाने की वजह से उसके पेट मे कीड़ें है। फिलहाल उन्होंने गाय को फटाफट इंजेक्शन लगाए। उसके बाद उसकी हालत में सुधार दिखा और गाय उठकर खड़ी हो। गयी फिलहाल इस नेक कार्य के लिए लोग आगे तो आ रहे हैं लेकिन सवाल है यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बावजूद क्यों सड़कों पर गाये मरने के लिए इस तरह पड़ी दिखती हैं। ऐसा नजारा आपको इन दिनों हर जगह दिखेगा लेकिन बहुत कम लोग ही मिलेंगे जो इन बेजुबानों की मदद के लिए आगे आते हैं।