मेले में ऊंट की सवारी का मजा मेला में लखनऊ के मुनीर, मुकेश और राम अपने तीन ऊंट को लेकर आए हैं। सजे-धजे इन ऊंटों पर सवार होकर आप या बच्चे मेले का आनंद ले सकते हैं। इससे आपको तीस से पचास रुपये खर्च करने होंगे। अस्थाई मछली घर में मछलियां आपका मनोरंजन करेंगी। मेले की यादों को संजोने के लिए फोटो वाली गली में फोटो खिंचवाइए और चंद मिनट में तस्वीर पाइए। बच्चों के खिलौनों की दुकानों की मेले में भरमार है। शिल्पकला की दुकानों पर आप मनचाहे गुच्छे, ब्रेसलेट, टैटू बनवा सकते हैं। अगर भविष्यवाणी में यकीन है तो ऑडीटोरियम के पास दस रुपये में वजन के साथ अपना रिकार्डेड भविष्य भी सुन सकते हैं।
मन मोह लेंगे यह लजीज व्यंजन देवा मेले (Dewa Mela 2019) में लजीज व्यंजनों की दुकानें सज गई हैं। इनमें एजाज रसूल गेट के पास हलवा पराठा, दादा मियां की मजार के पास बिरयानी और कश्मीरी चाय की दुकान है। यहां पर हो सकता है आप को नंबर भी लगाना पड़े। चाट के शौकीनों के लिए ऑडीटोरियम के सामने फूड जोन है। मेले की खजले की दुकानों पर आपको मीठा, फीका, नमकीन और खोये वाला खजला हर समय तैयार मिलेगा। थोड़ा आगे जाएंगे तो मेला कोतवाली के पास ही खादी के कपड़ों और कंबलों की अलग मार्केट हैं। नुमाइश की दुकानों में गृहउद्योग में बनने वाला आचार, मुरब्बा, आंवले का सामान, कपड़े सहित अनेक उत्पादों की दुकानें इस बार भी लग चुकी हैं।
ये दुकानें भी लगीं मेले की बक्से वाली गली, मस्जिद के पास चोटी, कंघे वाली गली, ठठेरी बाजार में भी लोग खूब खरीदारी करते हैं। कोतवाली के पास ही आपको विभिन्न विभागों और उत्पादों की प्रदर्शनियां भी देखनें को मिलेंगी।