जमीन पर अवैध कबजे से परिवार परेशान दरअसल यह परिवार काफी दिनों से अपनी जमीन पर कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा किये जाने की शिकायत कर रहा था, मगर उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। जिससे मजबूर होकर यह पूरा परिवार जिलाधिकारी के तहसील दिवस में अपनी फरियाद लेकर आ पहुंचा। इस परिवार के आते ही और उनकी मांगों को देख कर सभी अधिकारियों के होश उड़ गए क्योंकि यह परिवार जिलाधिकारी से मांग कर रहा था कि या तो उन्हें न्याय दिया जाए या फिर पूरे परिवार को इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।
सुनवाई न होने का लगाया आरोप मामला तहसील नवाबगंज के चिलाहटा गांव का है। जहां एक परिवार काफी दिनों से अपनी जमीन पर कुछ लोगों द्वारा किये जा रहे अवैध निर्माण की शिकायत कर रहा था। पीड़ितों की अगर मानें तो उनकी जमीन की पक्की पैमाइश का मुकदमा चल रहा है। अपनी जमीन पर अवैध निर्माण की शिकायतें वह काफी दिनों से जिलाधिकारी और उप जिलाधिकारी से कर रहे थे। मगर उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। तहसील दिवस के समय जहां जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान सहित सभी अधिकारी मौजूद थे। वहां अचानक यह परिवार गले में तख्ती टांगें पहुंच गया। इस परिवार ने अपनी तख्तियों पर न्याय या इच्छा मृत्यु का स्लोगन लिख रखा था।
इच्छा मृत्यु की मांग तहसील दिवस में इच्छा मृत्यु की मांग करने आए राम महेश ने बताया कि उनकी जमीन पर कुछ लोग अवैध रूप से कब्जा कर रहे हैं। जिसकी शिकायत वह जिलाधिकारी और उप जिलाधिकारी से कई बार कर चुके हैं। मगर उनकी शिकायत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिलाधिकारी से लेकर थाने तक कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए वह पूरे परिवार के साथ न्याय या इच्छा मृत्यु की मांग करने आए हैं।
पुस्तैनी जमीन का मामला परिवार के साथ आई महिला सुषमा ने बताया कि मामला उनकी पुस्तैनी जमीन का है। जिस पर लोग अवैध कब्जा कर रहे हैं। पूरा परिवार अधिकारियों की टाल मटोल वाली कार्यशैली से तंग आकर अपनी फरियाद लेकर तहसील दिवस में आया है, अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह यहीं अपनी जान दे देंगे। इस मामले में हल्का लेखपाल और स्थानीय थाना प्रभारी की कब्जेदारों को शह प्राप्त है। उन्हीं की शह पर यह लोग कब्जा कर रहे हैं। जबकि पक्की उनके द्वारा दी गई पैमाइश की एप्लीकेशन पड़ी हुई है। लेकिन उनकी कहीं कोई सुनने वाला नहीं है।
दोषियों पर होगी कार्रवाई वहीं इस पूरे घटनाक्रम पर बाराबंकी के जिलाधिकारी उदयभान त्रिपाठी ने बताया कि समाधान दिवस में उनके यहां जमीन और कब्जेदारी से जुड़े काफी मामले आ रहे हैं। हमारा प्रयास है कि ऐसे मामलों में मौके पर ही अधिकारियों को भेजकर शिकायतों का निस्तारण कर दिया जाए। इस मामले में भी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।