पोकलैंड के ड्राइवर बने वहशी लड़की की इज्जत को तार-तार करने का मामला सामने आया है बाराबंकी जनपद के थाना सुबेहा इलाके के एक गांव से। जहां से होकर निकलने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के लिए मिट्टी की खुदाई में लगी पोकलैंड मशीन के ड्राइवर गांव की एक दलित लड़की को जबरन उठा लाए और उसके साथ सामूहिक दुराचार किया। इन वहशी दरिन्दों से किसी तरह छूटी लड़की ने घर आकर जब पूरी आपबीती अपने परिजनों से बतायी तो परिजनों ने थाने जाकर न्याय की गुहार लगाई। पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर आरोपी आरिफ और मुदस्सिर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुकदमा लिखने के बाद अब परिजनों ने पुलिस पर सुविधा शुल्क मांगने का आरोप लगाया है।
दलित नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का आरोप पीड़ित लड़की के भाई ने बताया कि वह लोग काफी गरीब हैं और दैनिक मजदूरी पर अपना जीवन व्यतीत करते हैं। उनके पिता जी भी काफी बुजुर्ग हैं। वह कल शाम काम से आया और बाहर ही सो गया। रात के समय जेसीबी चलाने वाले ड्राइवर उनकी बहन को जबरन मुंह दबा कर उठा ले गए। बहन को ढूंढने का उसने काफी प्रयास किया तो ड्राइवरों के पास उसकी चप्पल मिलीं। चप्पल मिलने के बाद उसने डायल 100 पर पुलिस को फोन किया तो वह लोग वहां से भाग गए। उसकी बहन ने अपने साथ हुई घटना की आपबीती बताई तो उसने पुलिस थाने जाकर मुकदमे की तहरीर दी। लड़की के भाई ने बताया कि उसके गांव से होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की सिक्स लेन सड़क गुजरनी है और उसके लिए यह ड्राइवर यहां मिट्टी की खुदाई करते थे।
पीड़ित पक्ष ने पुलिस पर भी लगाए आरोप साथ ही पीड़ित लड़की के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा उनसे ही एक किराये की बोलेरो गाड़ी और पांच छः हजार नगद रुपये की मांग की है। परिजनों ने बताया कि पांच छह दिन लगातार लड़की को लेकर बाराबंकी जाना पड़ेगा। इसके लिए एक किराये की बोलेरो गाड़ी और पांच छह हजार रुपये खर्च के लिए साथ लाने को कहा है।
होगी कार्रवाई वहीं इस मामले में बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अरविन्द चतुर्वेदी ने बताया कि पुलिस को एक पीड़ित लड़की के परिवार वालों की तरफ से सूचना मिली थी कि उस गांव में अस्थायी रूप से रह रहे कुछ लोगों ने उनकी लड़की के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है और लड़की का मेडिकल परीक्षण और 164 के बयान के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।