कैसे फैलता है कोरोना का संक्रमण डाक्टरों के मुताबिक कोरोना संक्रमित व्यक्ति जब खांसता या छींकता है तो उसके मुंह के लार की छीटें या तो पास खड़े व्यक्ति पर जा पड़ती है, या फिर आसपास की वस्तुओं की सतह पर चिपक जाती हैं। यहां तक के मेटल पर भी कोरोना संक्रमण का सर्वाइवल बना रहता है। ऐसे में संक्रमित वस्तुओं की सतह छूने से संक्रमण व्यक्ति के हाथ में चला जाता है। संक्रमित हाथ को नाक, मुंह या फिर आंख में लगाने से यह उस अगले व्यक्ति को संक्रमित करने में कामयाब हो जाता है। यह पूरी प्रक्रिया संक्रमित व्यक्ति के बोलने से भी हो सकती है, क्योंकि बोलते समय भी मुंह की लार की छीटें निकलने की आशंका बनी रहती है। चिकित्सकों का कहना है कि यह वायरस किसी व्यक्ति को कैरियर (वाहक) बनाए बिना केवल 12 से 14 घंटे तक ही जीवित रह सकता है। प्रधानमंत्री की अपील के पीछे मंशा बस यही है कि संक्रमण को 14 घंटे तक कैरियर न मिल पाए। तो हम प्रण लेते हैं कि प्रधानमंत्री की उम्मीद पर खरे उतरेंगे और कोरोना के खिलाफ जंग को अंजाम देकर ही दम लेंगे।
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अमला जुटा इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ ही प्रशासनिक अमला भी जुटा हुआ है। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जन प्रतिनिधि भी लोगों से अपील कर रहे हैं कि वह घरों से बाहर न निकलें। उनके एक दिन के इस तरह के बर्ताव से कोरोना जैसी महामारी को फैलने से रोका जा सकता है। अनावश्यक इधर-उधर घूमने से संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता।
जिलाधिकारी डा आर्दश सिंह ने बताया कि जनपद में अभी तक कोरोना वायरस का कोई भी पॉजिटिव केस नही है। इससे निपटने के लिए जिले में 22 राजकीय चिकित्सालय, 89 नर्सिंग होम व दो मेडिकल कालेज में फ्लू कार्नर स्थापित कराया गया है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए डीएम, एसपी और सीडीओ ने वोर्डो और कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। रेडक्रास सोसायटी और सभी एसडीएम के साथ बैठक कर एहतियाती इंतजाम करने के निर्देश दिये हैं। बताया कि विदेशो से लौटकर आने वाले लोगों को वार्ड में और अन्य को घरों क्वारंटीन किया जा रहा है। विदेश यात्रा या फिर ऐसे लोगों के संपर्क वाले व्यक्तियों, जिन्हें 14 दिन तक होम आइसोलेशन की सलाह दी गई है, उनकी निगरानी के लिए जनपद में मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। मजिस्ट्रेटों की तैनाती का सीधा मतलब यही है कि यदि संबंधित लोगों ने होम आइसोलेशन की सलाह मानने में कोताही बरती तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश चन्द्र ने लोगों से अपील की है कि सभी जनता कर्फ्यू में अपना योगदान कर स्वास्थ्य विभाग की मदद करें। जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि लोग अपने घरों से न निकलें, जब लोग एक दूसरे मिलेंगे नहीं तो पूरा देश एक साथ आइसोलेट हो जाएगा और हम वायरस के संक्रमण पर पर काबू कर सकेंगे। सीएमओ ने कहा खांसी जुकाम होने का मतलब यह नहीं कि कोरोना के लक्षण हो गये। केवल उन्हीं लोगों को इसका खतरा हो सकता है जो विदेश से लौटे हैं या विदेश से आये लोगों के संपर्क में आये हैं। उन्होंने कहा कोई आशंका होने पर जिले का बाराबंकी के सीएमओ कंट्रोल रूम में दूरभाष नंबर 05248-229916 पर दे सकते हैं। लोग पुलिस हेल्प के लिए 112 और एंबुलेंस सेवा के लिए 108, 102 या फिर 1076 पर कॉल कर सकते हैं। या फिर जरूरत पड़ने पर डीएम आवास के फोन नम्बर 05248-222229 पर कॉल करें। किसी को भी अस्पताल तक दौड़ लगाने की जरूरत नहीं है। जरूरत होने पर स्वास्थ्य विभाग आपके घर पर टीम भेजेगा। इन बातों को ध्यान रखकर भी कर सकते हैं बचाव
कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर भी कोरोना संक्रमण से बचाव किया जा सकता है। सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें। लिफ्ट का प्रयोग करने से बचें। इसके कॉमन कोरिडोर के दरवाजों के हैंडल छूने से बचें। किसी भी कॉमन वस्तु को छूने के तुरंत बाद साबुन-पानी से हाथ धोएं या फिर सैनिटाइजर से हाथों को साफ करें। बार-बार अपने हाथों का चेहरे पर न लगाएं। किसी व्यक्ति के सामने से खांसने या छींकने पर कुछ समय के लिए सांस रोक लें। कमरे का तापमान ज्यादा रखें। इसके अलावा घर को हवादार बनाए रखें। दूसरों को मोबाइल न इस्तेमाल करें।