रुपयों के लेनदेन के चलते मर्डर रुपए के लेनदेन का विवाद कैसे किसी की मौत की वजह बन सकता है इसका अंदाजा बाराबंकी पुलिस के खुलासे से लगाया जा सकता है। दरअसल बीते 9 अक्टूबर को हुई बैंक कर्मी अवनीश शुक्ला की हत्या की वजह भी रुपयों का लेनदेन ही था। अवनीश शुक्ला का शव रामसनेहीघाट थाना क्षेत्र के अमरगंज गांव में नहर किनारे खेत में पड़ा मिला था। अवनीश शुक्ला (27) बैंक ऑफ इंडिया धरौली शाखा में जनरेटर ऑपरेटर था। पुलिस ने इस हत्याकांड से जुड़े सुराग इकट्ठा करके तफ्तीश शुरू की। जिसमें पता चला कि हत्या का कारण रुपये का विवाद ही था। सबूतों के आधार पर पुलिस हत्यारों की तलाश में जुटी। जिसके बाद पुलिस ने वारदात के मास्टरमाइंड आशुतोष मिश्रा और दुर्गेश मिश्रा की निशानदेही पर बाकी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक आरोपी की अभी तलाश की जा रही है।
रची हत्या की साजिश हत्या के मुख्य आरोपी आशुतोष मिश्रा ने बताया कि उनलोगों ने रुपयों के लेनदेन के चलते अवनीश शुक्ला की हत्या की। आशुतोष के मुताबिक उसने अवनीश से ब्याज पर चार लाख रुपए लिए थे। जिसका उसे रोजाना 10 हजार रुपए ब्याज देना पड़ता था। रूपए न लौटना पड़े इसीलिए उसने अवनीश की हत्या की साजिश रच डाली।
सात लोग गिरफ्तार वहीं वारदात का खुलासा करते हुए बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि अवनीश शुक्ला बैंक ऑफ इंडिया की धरौली शाखा में जनरेटर ऑपरेटर था। नौ अक्टूबर को उसका शव अमरगंज गांव में नहर किनारे खेत में पड़ा मिला था। परिवार के लोगों ने भी रुपयों के लेनदेन के चलते ही उसकी हत्या की आशंका जताई थी। वारदात के खुलासे के लिए सीओ रामसनेहीघाट के नेतृत्व में स्वाट और सर्विलांस टीम को लगाया गया था। जांच में पता चला कि आशुतोष ने मृतक अवनीश शुक्ला से चार लाख रुपए ब्याज पर लिया था। जिसको वापस न करने की मंशा से उसने अवानीश की हत्या की साजिश रची और उसकी सुपारी दे दी। पुलिस ने वारदात में शामिल सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी एक आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।