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प्रवासी मजदूरों को रोजगार देकर करवाना था काम, मगर जेसीबी से खुदवा दिया तालाब, उपायुक्त ने कहा- होगी कार्रवाई

locationबाराबंकीPublished: Jun 04, 2020 09:15:58 am

वहीं इस मामले में बाराबंकी के उपायुक्त (श्रम एवं रोजगार) नरेन्द्र देव दिवेदी ने बताया कि इसकी जांच करवाई जाएगी…

प्रवासी मजदूरों को रोजगार देकर करवाना था काम, मगर जेसीबी से खुदवा दिया तालाब, उपायुक्त ने कहा- होगी कार्रवाई

प्रवासी मजदूरों को रोजगार देकर करवाना था काम, मगर जेसीबी से खुदवा दिया तालाब, उपायुक्त ने कहा- होगी कार्रवाई

बाराबंकी. उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रवासी मजदूरों को गांव में ही रोजगार देने की पहल मनरेगा के तहत की थी, ताकि नदियों तालाबों का पुनरुद्धार भी हो जाए और मजदूरों को रोजगार भी मिल जाए। इससे भूगर्भ जलसंरक्षण की एक बड़ी समस्या का निदान भी होगा। मगर सरकार की इस मंशा को खटाई में डालने का काम भी हो रहा है। जहां मजदूरों के काम को मशीनों से कराया जा रहा है।

मनरेगा से होना था काम

बाराबंकी जनपद की तहसील फतेहपुर के गांव रौजा की में काम के लिए मशीनों का उपयोग किया गया और काम भी वह जिसके दम पर प्रदेश सरकार प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने का काम कर रही है। अर्थात भूगर्भ जलसंरक्षण की समस्या को समाप्त करने के लिए गांव के तालाब को मनरेगा के तहत खुदवाना था। सरकार के इस कदम से प्रवासी मजदूरों को गांव में रोजगार भी मिल जाता और भूगर्भ जलसंरक्षण भी हो जाता। मगर ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा क्योंकि तालाब का पुनरुद्धार तो हो रहा है मगर प्रवासी मजदूरों के काम को मशीन से करवाया जा रहा है। यहां जो ग्रामीण हमें मिले वह भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि हां मशीन से काम हुआ है।

जेसीबी मशीन से हुआ काम

ग्रामीण रईस दबी जुबान बताते है कि हां यहां मशीन तो चलायी गयी है मगर काम की शुरुवात आदमी के जरिये की गयी थी। बाद में जेसीबी से काम हुआ। रईस बताते हैं कि यह तालाब काफी पुराना है और जब से वह होश सम्हालें हैं, तब से वह इस तालाब को देख रहे हैं। यहां दूसरे ग्रामीण अर्जुन ने बताया कि सरकार की योजना है कि मनरेगा के तहत मजदूरों को काम दिया जाए, मगर इस पुराने तालाब में मशीन से काम करवाया गया है। यह गाटा संख्या विनोद कुमार के नाम से है। उनके द्वारा ही मशीन से काम करवाया गया है और जेसीबी का पेमेंट भी उन्हीं के द्वारा दिया गया है।

जांच के बाद होगी सख्त कार्रवाई

वहीं इस मामले में बाराबंकी के उपायुक्त (श्रम एवं रोजगार) नरेन्द्र देव दिवेदी ने बताया कि इसकी जांच करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जो काम मनरेगा के तहत मजदूरों से होना चहिये था, वह अगर जेसीबी से हुआ है तो मामले में सख्त कार्यवाई की जाएगी।
https://youtu.be/L5xn7cYK028

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