मुख्तार बोला- मेरे खिलाफ नहीं बनता कोई आरोप वहीं एंबुलेंस मामले को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी ने कोर्ट में कहा कि मैं तो 16 साल से जेल में बंद हूं। मुझे कैसे इस मुकदमे में आरोपी बना दिया गया। उसने कहा कि मेरे खिलाफ कोई भी आरोप नहीं बनता। मुख्तार ने कहा कि यह सिर्फ राजनैतिक विद्वेष की वजह से चार्जशीट दाखिल की गई है। वहीं सीजेएम कोर्ट ने इस केस की अगली तारीख 19 जुलाई तय की है। वहीं इस एम्बुलेंस कांड में सबसे पहले गिरफ्तार हो चुके राजनाथ यादव की जमानत अर्जी भी डाली गई थी, जिसमें कहा गया कि 90 दिन बीत गए हैं, लेकिन समय से पुलिस चार्ज शीट दाखिल नहीं कर पाई है इसलिए जमानत दी जाए। हालांकि उसके बाद पुलिस ने कोर्ट में तुरंत आरोप पत्र दाखिल कर दिया। इसके अलावा इस केस में वांछित सुरेंद्र शर्मा की अग्रिम जमानत अर्जी को आज कोर्ट ने खारिज कर दिया।
जेल में टीवी लगवाने की मांग वहीं सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी ने कोर्ट से टीवी वाली बात एक बार फिर दोहराई। दरअसल मुख्तार शुरू से ही सुनवाई के दौरान जज से बांदा जेल में टीवी लगवाने की मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। मुख्तार अंसारी ने कोर्ट में कहा कि पूरे यूपी में जेलों के बैरकों में टेलीविजन सुविधा दी जाती है, लेकिन मेरी बैरक से ये सुविधा छीन ली गई है। बांदा जेल वाले टीवी न देने पर यह कह सकते हैं कि हमारे पास बजट नहीं है। ऐसा सिर्फ राजनीतिक विद्वेष की वजह से किया जा रहा है। मुख्तार ने आरोप लगाया कि बांदा पुलिस अधीक्षक ने खुद टीवी को मेरे बैरक से हटवाया है। ऐसे में अगर आप मुझे टीवी की सुविधा उपलब्ध करवा देंगे तो हम जिंदगी भर आपके ऋणी रहेंगे। मुख्तार अंसारी की अपील पर सीजेएम राकेश ने कहा कि आज इस पर ऑर्डर करूंगा।