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क्या इस दीवाली इन गरीबों के घर होगा लक्ष्मी जी का आगमन, या फीका ही रहेगा त्योहार?

locationबाराबंकीPublished: Nov 06, 2018 02:19:55 pm

दूसरों के आशियानों को रोशन करने वालों के घरों में ही अंधेरा, बढ़ती महंगाई से कुम्हारों की हालत खस्ता…

Potter poor condition due to Inflation

क्या इस दीवाली इन गरीबों के घर होगा लक्ष्मी जी का आगमन, या फीका ही रहेगा त्योहार?

बाराबंकी. दीपावली वह त्योहार है जिसमें हर व्यक्ति अपने घर लक्ष्मी आगमन की कामना करता है और उनकी राह तकता है। इसके लिए वह अपने घर की साफ-सफाई कर उसे सजाता है और माता लक्ष्मी का आह्वान कर उनसे अपने लिए सुख समृद्धि का वरदान मांगता है। मगर इस देश में कुछ लोग ऐसे भी है जिनके प्रयासों से सैकड़ों घरों में माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है, लेकिन उनका घर सूना ही रहता है। हर बार की तरह इस बार भी यह लोग अपने घर में लक्ष्मी आगमन की तैयारी में जुटे हुए हैं, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या इस बार इनके आंगन में माता लक्ष्मी का आगमन होगा या फिर यह लोग माता की राह तकते रह जाएंगे।
इस बार सुधरेंगे हालात?

दिवाली के दिये, माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति बनाने वाले कुम्हार लोगों की साधना में साधन बनकर उनके घरों में माता लक्ष्मी के आगमन का जरिया बनते हैं। इनके प्रयासों से लोगों के घरों में सुख समृद्धि तो आ जाती है मगर इनकी आंखें माता लक्ष्मी की राह ताकती रहती हैं। यह कारीगर दूसरों के घरों में तो लक्ष्मी का आगमन करवा देते हैं मगर इनका घर सूना ही रह जाता है। हर बार की तरह इस बार भी इन लोगों ने लक्ष्मी आगमन की तैयारी की हैं, अब माता इनके घर आती हैं कि नहीं यह भविष्य के गर्त में छिपा है क्योंकि अब तक इनके घरों में सुख समृद्धि का आगमन हुआ ही नहीं। इन कुम्हारों की सुख समृद्धि में सबसे बड़ी बाधक बन गई है चाइनीज झालर। इन झालरों ने घर-घर तक इस कदर अपनी पहुंच बना ली है कि अब मिट्टी का दीया घरों में पहुंचना मात्र औपचारिकता रह गया है।
चाइनीज आइटम से काम चौपट

बाराबंकी में दिया बनाते हुए कारीगर अयोध्या प्रसाद और राम नरेश बताते है कि वह हर साल दिए बनाते हैं। मगर चाईनीज झालरों ने उनके इस कारोबार को खत्म कर दिया है। लोग दीयों की खरीदते तो हैं मगर सिर्फ औपचारिकता पूरी करने के लिए। क्योंकि पूजा बगैर दीयों के होती नहीं है। इस बार फिर वह इस आस में दीये बना रहे हैं कि वह खूब बिकें। दिए जितने बिकेंगे उन्हें उतना लाभ होगा। साथ ही लक्ष्मी का आगमन और उनकी कृपा उतनी ज्यादा रहेगी। इस आशा के साथ वह अपने काम में लगे हुए हैं कि शायद इस बार उनके दिए ज्यादा बिक जाएं तो इनके घरों में भी इस बार सुख-समृद्धि आ जाए।
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