मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमेश चंद्र ने बताया यह सर्वे कोविड-19 में काफी मददगार साबित होगा। इससे हमें पता चला कि अभी जनपद में कोविड-19 की स्थिति गंभीर नहीं है। इस सर्वे के दौरान पाये गये कोरोना जैसे लक्षण वाले लोगों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया गया। सर्वे टीमों द्वारा घर-घर जाकर लोगों से पूछा गया कि परिवार में किसी सदस्य को बुखार, जुकाम, खांसी सहित कोई अन्य परेशानी तो नहीं है यदि कोई सदस्य पहले से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित है तो सर्वे में ऐसे लोगों की भी जानकारी जुटाई गई।
नोडल अधिकारी डा डीके श्रीवास्तव ने बताया चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने शासन के आदेश पर जिले भर में कोविड-19 के मरीजों की पहचान करने के लिए विशेष सर्विलांस अभियान चलाया गया। इस अभियान में 10635 टीमों ने 613931 घरों का भ्रमण किया। इस सर्वे में स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा घर-घर जाकर परिवार के सदस्यों की स्वास्थ का ब्योरा लिया गया । इस दौरान बुखार के 1076, खांसी के 720, सांस संबंधी परेशानी के 233 मरीज पये गए । इसके अलावा लंबे समय से मधुमेह के 8176, उच्च रक्तचाप के 4260, कैंसर रोग के 400, हृदय रोग के 1333 और गुर्द रोग के 457 मरीज पाये गये।
उन्होने बताया विशेष सर्विलांस अभियान की कमान 16 अधिकारियो ने संभाली। जिसमें विकास खण्डवार हरख ब्लॉक में डा सुनिल कुमार, बड़ागांव में डा विनोद कुमार, निन्दूरा में डा आरपी वर्मा, फतेहपुर में डा अजेश वर्मा, सिद्धौर में डा हरिप्रति सिंह, हैदरगढ़ डा अविचल भटनागर, त्रिवेदीगंज में महमूद खान, आरएसघाट में संदीप कुमार तिवारी, दरियाबाद में डा कैलास कुमार, टिकैतनगर में डा हेमेंन्त कुमार गुप्ता, सिरौली गौसपुर डा संतोष सिंह, रामनगर में डा राजीव दिक्षित, सूरतगंज में डा रार्जीष त्रिपाठी, देवा में डा संजीव कुमार, जाटाबरौली में डा कुलदीप मौर्या व शहरी क्षेत्र में डा संगिता कटियार ने अपने- अपने टीमों का नेतृत्व कर सर्वे कार्य को पूरा किया।