रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है कम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाटा बरौली के अधीक्षक डाक्टर कुलदीप मौर्या ने बताया कि गर्भावस्था में महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती हैं । कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए घर पर रहकर अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखें। खाने पीने का विशेष ध्यान दें, व्यायाम करें और डॉक्टर से सम्पर्क करती रहें तथा समय-समय पर अपनी जांच कराती रहे। गर्भवती महिलाओं को कोरोना महामारी से डरने की नहीं लड़ने की ज़रूरत है। कोरोना को लेकर मानसिक दवाब न लें। अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें, बाहर से आने वाले व्यक्ति के सम्पर्क मे न आएं और बात करें भी तो मास्क लगा कर ही बात करें।
बनाएं योजना डॉ. मौर्या ने बताया कि गर्भवस्था के दौरान जिल महिलाओं ने अभी तक जांच नहीं कराई है, वह जांच कराकर दवा ले। साथ ही इस दौरान आशा के साथ परिवार के सदस्य सहित मिलकर जन्म योजना बना लें। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को फर्स्ट रेफरल यूनिट यानि ऐसा अस्पताल जहां आपरेशन और ब्लैड बैंक की सुविघा हो। इसके लिए सीएचसी पर डॉक्टर या आशा से सम्पर्क कर सकते हैं। खुद को फिट रखने के लिए व्यायाम करें। खान-पान पर विशेष ध्यान दें। हरी सब्जी, फल, दूध का सेवन करें और ज़्यादा से ज़्यादा पानी पियें, साथ ही गर्भवती महिलाओ को कैल्शियम व आयरन की गोलिया रोज़ाना लेनी चाहिए, नींद भी भरपूर मात्रा मे लेनी चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान उन्होंने बताया कि गर्भवती को अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने के साथ-साथ जांच भी जरूर करानी चाहिए। गर्भवती महिला को गर्भ के तीसरे और चौथे माह मे अपने स्वास्थ्य की जाँच करानी चाहिए और आठवें व नौंवे माह में अस्पताल जाकर अपनी जाँच कराएं साथ ही कोविड टेस्ट कराना भी है। कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए गर्भवती महिलाओं को कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। खांसी के दौरान अपने मुंह को ढक कर रखें। टिश्यू ना होने पर खांसी के समय अपने हाथ की बाजू से मुंह ढकें। बीमार लोगों से बिल्कुल भी न मिलें। भीड़ वाली जगहों पर ना जाएं, समय-समय पर हाथ धोते रहें और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते रहें। सावधानी रखें लेकिन घबराएं नहीं क्योंकि स्ट्रेस आपके बच्चे के लिए घातक हो सकता है। डॉक्टर या आशा के सम्पर्क में बनी रहें।