यह फर्जी पुलिस अब असली पुलिस के फेर में पड़ गई है और यह जेल की सलाखों के पीछे भेजे जा रहे हैं।
फर्जी पुलिस बनकर लोगों के बैंक खातों पर करते थे हाथ साफ, अब गिरफ्त में आये
बाराबंकी. पुलिस ने आज दो ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जो फर्जी पुलिस बनकर लोगों से कोविड के दौरान हुए चालान को खत्म कराने के नाम पर अपनी पॉश मशीन में उनका अंगूठा लेकर उनके बैंक खाते में जमा पूंजी उड़ा देते थे। यह फर्जी पुलिस अब असली पुलिस के फेर में पड़ गई है और यह जेल की सलाखों के पीछे भेजे जा रहे हैं।
फर्जी पुलिस बनकर करते थे ठगी बाराबंकी पुलिस ने आकाश वर्मा और श्यामबाबू नामक दो ऐसे व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है जो क्षेत्र में फर्जी पुलिस बनकर कोविड के दौरान हुए चालान को खत्म कराने का झांसा देकर अपनी पॉश मशीन में उनका अंगूठा लगवा लेते थे और फिर उनके बैंक खातों से पैसा अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर लेते थे। पुलिस ने इनके खिलाफ थाना दरियाबाद में मुकदमा भी दर्ज किया था और इसी मुकदमें के बाद पुलिस अधीक्षक ने टीम गठित कर इनके पीछे लगा दिया और यह अब असली पुलिस के जाल में फंस गए हैं।
असली पुलिस ने किया गिरफ्तार बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि काफी दिनों से शिकायत मिल रही थी कि कुछ पुलिसकर्मी लोगों से अपनी पॉश मशीन में अँगूठा लगवा कर लोगों से फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। पुलिस ने जब गहनता से जांच की तो पता लगा कि श्याम बाबू और आकाश वर्मा फर्जी पुलिस बनकर लोगों के ऊपर कोविड के दौरान हुए चालान और मुकदमे को खत्म करने का झांसा देकर अपनी पॉश मशीन पर उनका अंगूठा लगवा लेते थे। सब कुछ बायोमेट्रिक से होता है, इस लिए यह लोग बड़ी आसानी से जनसेवा केन्द्र के माध्यम से जरूरी कागजात लेकर लोगों के बैंक खातों से पैसा अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर लेते थे। गिरफ्तार लोग जानकार हैं और इनमें से एक जनसेवा केन्द्र चलाता है और एक बैंक मित्र रह चुका है। यह लोग अपने इसी ज्ञान का लाभ इस फर्जी काम में लगाते थे। पुलिस ने इन दोनों लोगों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से एक पॉश मशीन, एटीएम कार्ड और कई जरूरी सामान बरामद किया है।