पांच महीनों तक किया बलात्कार मामला बाराबंकी जिले में बड्डूपुर थाने के जगसेण्डा गांव का है। यहां कि निवासी महिला ने आरोप लगाया कि करीब आठ महीने पहले लतीफ, आलम, सद्दाम, जमाल और हनीफ नाम के पांच दरिंदे उसे अपने साथ जबर्दस्ती ले गए। इन लोगों ने उसे किडनैप करके करीब पांच महीनों तक लखनऊ में जानकीपुरम के एक घर में कैद रखा। पांच महीनों तक इन सभी वहशियों ने मेरे साथ बारी-बारी से बलात्कार किया और जान से मारने की धमकी देते रहे। महिला ने बताया कि एक दिन वह किसी तरह वहां से बचकर भाग निकली और घर आकर अपने मां-बाप को अपनी पूरी दर्द भरी दास्तान सुनाई। जिसके बाद परिजन उसे लेकर शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचे। लेकिन पुलिसवाले उन लोगों की कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। महिला ने बताया कि मेरे साथ हुई इस दरिंदगी के बाद मेरे पति ने भी मुझे अपने साथ रखने से इनकार कर दिया। उसका पति उसे गुजर-बसर के लिए पैसे भी नहीं दे रहा। जिससे अब उसकी जिंदगी और मुश्किल होती जा रही है।
नहीं हो रही कोई सुनवाई महिला ने बताया कि थाने पर सुनवाई न होने से मैं पूरी तरह टूट गई और थक हारकर मजबूरन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में न्याय की गुहार लगाई। महिला ने बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक को जब मैंने अपनी पूरी आपबीती बताई तो उन्होंने निर्देश देकर मेरा मुकदमा दर्ज कराया। लेकिन केस दर्ज होने के बावजूद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही और सभी आरोपी अभी तक फरार हैं। मैं अपने ऊपर हुए इस जुल्म को लेकर कई बार पुलिस अधीक्षक के पास आकर प्रार्थना पत्र दे चुकी हूं, लेकिन मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। महिला ने आरोप लगाया कि आरोपी पक्ष के लोग केस वापस लेने के लिए अब उसको पैसे का लालच दे रहे हैं और न मानने पर जान से मारने की धमकी भी दे रहै हैं। महिला ने थाने के दरोगा पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वो सद्दाम नाम के एक आरोपी का नाम मुकदमे से वापस लेने का दबाव बना रहा है। दरोगा मुझको धमकी दे रहा है कि जबतक तुम अपने मुकदमे से सद्दाम का नाम वापस नहीं लोगी तबतक हम लोग कोई कार्रवाई नहीं करेंगे।
दोषियों पर होगा सख्त ऐक्शन वहीं इस पूरे मामले में बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव ने बताया कि रेप के ऐसे मामलों में कोई भी दबाव नहीं बना सकता। ऐसे मामलों में पुलिस को तत्काल कड़ी कार्रवाई करनी होती है। मैं इस पूरे मामले की जांच करवाऊंगा और देखूंगा कि कौन पुलिसवाले महिला पर मुकदमे से नाम वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। अगर जांच में महिला के आरोप सही पाए गए तो दोषी पुलिसवालों पर सख्त विभागीय कार्रवाई करूंगा। इसके साथ ही इस मामले में सभी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी कराई जाएगी।