उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेन्द्र मीणा ने बताया कि कोटा में 26 अप्रेल को कोरोना जांच के लिए उसका पहला सेम्पल लिया गया था, जिसकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। बाद में उसकी तबीयत में सुधार नहीं होने पर 29 अप्रेल को दुबारा कोरोना जांच कराई गई थी। कोटा के मेडिकल कॉलेज से गुरुवार सुबह मिली जांच में बालिका कोरोना पॉजिटिव मिली है। जिसके बाद से परिवार में हड़कंप मच गया।
ननिहाल में गमी के कार्यक्रम में शामिल होने गई थी
डॉ. मीणा ने बताया कि सुबह बालिका की रिपोर्ट मिलने के बाद जिले में उन लोगों की पहचान शुरू कर दी गई है, जो बालिका के सम्पर्क में आए थे। बालिका परिवार के साथ बड़ौदा ननिहाल में गमी के कार्यक्रम में शामिल होने गई थी। वहां से वह उसके भाई व मां के साथ मोटरसाइकिल से 25 अप्रेल को ही भंवरगढ़ लौटी थी। बालिका का पिता अभी बड़ौदा में ही बताया जा रहा है।