फिर लापरवाही पर कैसे लगे लगाम
बारांPublished: May 20, 2019 11:00:03 am
यातायात नियम तोडऩे व सड़क हादसों में कमी लाने के लिए परिवहन विभाग ने साल में चालान तो हजारों में बनाए लेकिन लाइसेंस मात्र 179 ही निलंबित किए गए।
बारां. यातायात नियम तोडऩे व सड़क हादसों में कमी लाने के लिए परिवहन विभाग ने साल में चालान तो हजारों में बनाए लेकिन लाइसेंस मात्र 179 ही निलंबित किए गए। ऐसे में लापरवाह वाहन चालक छोटा मोटा जुर्माना चुका कर भूल गए। लेकिन उनकी आदतों में पूरी तरह से सुधार नहीं हुआ। इनमेें उन लोगों के लाइसेंस निलंबित भी शामिल हैं जिन्होंने अन्य प्रदेशों में नियम तोड़े हैं।
वहां की पुलिस व परिवहन विभाग की अनुशंसा पर लाइसेंस बारां में निलंबित हुए हैं। परिवहन विभाग के आंकड़ों पर नजर डाले तो विभाग की ओर से अप्रेल 2017 से मार्च 2018 तक 3 हजार 128 चालान बनाए गए थे। इसी तरह से अप्रेल 2018 से मार्च 2019 तक 3 हजार 5 चालान बनाए गए। यदि इनमें पुलिस विभाग के आकड़ों को भी शामिल कर दिया जाए तो यह आंकड़ा काफी बड़ा हो जाएगा लेकिन उक्त अवधि में मात्र 179 लाइसेंस ही निलंबित किए गए। इनमें उन वाहन चालकों के लाइसेंस भी निलंबित किए हैं, जिन्होंने राजस्थान के अन्य जिलों के साथ-साथ मुम्बई, महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों में यातायात नियमों को तोड़ा है। वहां की पुलिस व परिवहन विभाग की अनुशंसा पर परिवहन विभाग ने लाइसेंस निलंबित किए हैं।
ये भी शामिल
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उक्त चालानों में रोड व ग्रीन टेक्स नहीं चुकाना, बिना लाइसेंस, बिना आरसी वालों, ओवर लोड, ओवर हाइट, बिना परमिट, परिमिट शर्तों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के भी चालान शामिल हैं, जबकि लाइसेेंस निलंबित करने का प्रावधान रोड लाइट जम्प, ओवर स्पीड, भारी वाहनों में यात्रा कराना, मोबाइल, शराब पीकर वाहन चलाना, बिना हेलमेट व बिना सीट बेल्ट वाहन चलाने पर होता है।
23 लाइसेंस निलंबित किए ।
इन मामलों में लाइसेंस निलंबित
परिवहन विभाग ने अप्रेल 2017 से मार्च 2019 तक मात्र 179 लाइसेंस ही निलंबित किए हैं । 3 रोड लाइट जम्प, 33 ओवर स्पीड, 5 भारी वाहनों में यात्रा कराना, 3 वाहन चलाते समय मोबाइल पर बातचीत कराना, 93 शराब पीकर वाहन चलाने, 40 बिना हेलमेट, 2 बिना सीट बेल्ट वाहन चलानों वालों के लाइसेंस निलंबित किए हैं।
सड़क हादसों मेें कमी लाने के लिए लाइसेंस निलंबित करने पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। उडऩ दस्तों को भी चालान बनाने के साथ-साथ लाइसेंस निलंबित करने के लिए लिखकर देने को कहा है।
दिनेश सिंह सागर, जिला परिवहन अधिकारी, बारां