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सरकारी भूमि उलझी दो विभागों के चक्कर में तीसरे ने किया अतिक्रमण

कवाई।। निकटवर्ती क्षेत्र के मोठपूर थाना अंतर्गत क्षेत्र में आने वाले गावं गोरडी, नयागांव, बड़ोदिया के मध्य स्थित भूमि पर एक जने द्वारा जेसीबी चला कर अतिक्रमण किया जा रहा था जिसे देख ग्रामवासियो ने वन विभाग को शिकायत तो मामला उजागर हुआ।

बारांJul 22, 2019 / 04:33 pm

Shivbhan Sharan Singh

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कवाई।। निकटवर्ती क्षेत्र के मोठपूर थाना अंतर्गत क्षेत्र में आने वाले गावं गोरडी, नयागांव, बड़ोदिया के मध्य स्थित भूमि पर एक जने द्वारा जेसीबी चला कर अतिक्रमण किया जा रहा था जिसे देख ग्रामवासियो ने वन विभाग को शिकायत तो मामला उजागर हुआ। बड़ोदिया गांव के ग्रामीणों ने बताया कि गांव के नजदीक स्थित वन विभाग की भूमि पर एक जना जेसीबी चलाकर अवैध अतिक्रमण कर बुआई करना चाहता था। जिससे ग्रामीणों का रास्ता भी अवरुद्ध हो रहा था जिसे देख ग्रामीणों ने वन विभाग को अतिक्रमण की शिकायत की जिस पर शनिवार को अटरू के रेंज अधिकारी बलराम गोचर ने वहां पहुंचकर अतिक्रमण हटाने हेतु कार्रवाई करने के लिए भूमि से संबंधित कागज मंगवा कर उस जमीन का सीमा ज्ञान करवाने के लिए क्षेत्र के पटवारी को मौके पर बुलाया पटवारी एवं को मौके पर बुलवाया तो सामने आया कि यह भूमि सन 1957 में राजस्थान सरकार ने बजट नोटिफिकेशन के साधार पर 1913 बिघा भुमी वन विभाग को दी थी। जिस पर तभी तभी से कब्जा तो वन विभाग का है पर विभाग ने आज तक भी रिर्कोड मे अमल बरामद (इंतकाल) नहि खुलवाया। जिससे रेवन्यू के रिर्काड मे वन विभाग के नाम पर कोई खाता हि नही हे। जबकी वन विभाग के रिर्काड मे द्रज हे। मामला इस बारे में बताया गया कि मामला पेचीदा हुआ तो दोनों विभाग के अधिकारी खाली हाथ वापस लौट आए गुत्थी को सुलझाने उधर अतिक्रमण करने वाले ने दूसरे दिन जेसीबी मंगवा कर वन विभाग की भूमि को और अधिक क्षेत्र में घेरना चाहा जिस पर ग्रामीणों ने वहां पहुंचकर ग्रामीणों ने वहां पहुंचकर जेसीबी को रुकवाया व वन विभाग के अधिकारियों को सूचना की देर शाम तक किसी भी विभाग के अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर ग्रामवासी मोठपूर थाने में पहुंचे जहां के जाब्ते ने वहां पहुंच वहां पहुंच जेसीबी को सुरक्षा की दृष्टि से थाने में खड़ा करवाया है,,,,
वहीं थाना अधिकारी अधिकारी रामस्वरूप मीणा का कहना है कि दोनों विभाग के संबंधित अधिकारियों को सूचना कर दी है लेकिन अभी तक कोई अधिकारी थाने पर नहीं पहुंचा। शांति भंग होने की संभावना नजर आ रही थी इसलिए रविवार साय जेसीबी को सुरक्षा की दृष्टि से थाने मैं खड़ा करवा लिया है
उधर अटरू के रेंजर बलराम गोचर ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर शनिवार को वन विभाग की भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को रोकने के लिए मय टीम वहा पहुंचे था जगह का सीमा ज्ञान करवाने के लिए रेवेन्यू विभाग के पटवारी को हल्का पटवारी को वहां बुलाया तो पता चला कि उनके रिकॉर्ड में भूमि रेवन्यू की है जबकि वन विभाग के रिकॉर्ड अनुसार भूमि वन विभाग की है,,,
हां वन विभाग के अधिकारी ने शनिवार को फोन कर सीमा ज्ञान करवाने के लिए हमें बुलाया था। मौके पर पहुंचने के बाद स्थिति देख रिकॉर्ड चेक किया तो भूमि रेवन्यू की 1 नम्बर खाते की बंजड सिवाय चक के नाम से इंद्राज है उस इलाके में कहीं भी वन विभाग का खाता नहीं है भूमि पर कब्जा वन विभाग का है। अतिक्रमण करने वाले नर्सिहपुरा निवासी अमर लाल पुत्र छितर लाल जाती गुर्जर के खाते की 16 बीघा भूमि का खाता है जिसे बढ़ाकर उसने करीब 40 बीघा कर रखा है वन विभाग के अधिकारी का कहना था कि हम एक-दो दिन में इंतकाल खुलवा कर इसे अपने नाम करवा लेंगे।,,,
हल्का पटवारी जशराज मीणा
उधर अतिक्रमण रोकने पहुंचे सैकड़ों ग्रामवासियों का कहना है कि नर्सिहपुरा निवासी अमर लाल पुत्र छितर लाल जाती गुर्जर ने वन विभाग कि 50 बिघा भुमी पर 5-7 वर्षों से कब्जा कर रखा था। जिसे
बडाकर करिब 100 बिघा करना चाह रहा था जिससे गांव वाले निकलने का वेकल्पिक रास्त भी बंन्द हो रहा था। रविवार को रेवेन्यू विभाग के अधिकारी, अटरू उपखण्ड अधिकारी, बारा जिला कलेक्टर सहित वन विभाग के अधिकारियों को फोन पर सूचना की थी लेकिन कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। जिसके उपरांत सायः को मोठपूर थाना अधिकारी के समक्ष शिकायत दर्ज करवाई है।

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