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बारां

दिनदहाड़े हुई लूट का पर्दाफाश

कस्बे में गत 8 मार्च को सुबह एक महिला के साथ घर में घुसकर चाकू की नोक पर लूटपाट करने के आरोपी को पुलिस ने गहन जांच पड़ताल के बाद रविवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी न्यायालय के आदेश पर प्रकरण दर्ज हुआ था।

बारांMar 17, 2019 / 07:40 pm

Hansraj

baran

दिनदहाड़े हुई लूट का पर्दाफाश

पुलिस ने जयुपर के निकट से दबोचा लुटेरा
पूर्व में बलात्कार के दो मुकदमों में है नामजद
कवाई. कस्बे में गत 8 मार्च को सुबह एक महिला के साथ घर में घुसकर चाकू की नोक पर लूटपाट करने के आरोपी को पुलिस ने गहन जांच पड़ताल के बाद रविवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी न्यायालय के आदेश पर प्रकरण दर्ज हुआ था।
थाना प्रभारी रामहेतार पार्थ ने बताया कि कस्बा निवासी पेंशनर वैद्य रघुनंदन शर्मा के घर पर वारदात के दौरान उनकी पत्नी पूर्व सरपंच मीना शर्मा अकेली थी। इसी दौरान एक नकाबपोश जाली का दरवाजा खोलकर अंदर घुस गया था। उसके हाथ में लोहे का छुरा था। उसने पीडि़ता को गला दबाकर बेहोश कर एक कमरे में बंद कर दिया था। वह पीडि़ता के हाथ से 2 सोने की अंगूठी व चांदी के पायजेब लेकर फरार हो गया था। करीब दस मिनट बाद पीडि़ता ने होश आने पर बाहर आकर शोर मचाया तो मोहल्ले के लोग वहां पहुंच गए थे। वे दिनहाड़े हुई इस वारदात की जानकारी मिलने से सकते में आ गए थे। उन्होंने तत्काल पीडि़ता के पति व पुलिस को वारदात की जानकारी दी थी। वारदात की जानकारी मिलने के बाद अटरू के तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक मौके पर पहुंच गए थे। इस समय पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में विशेष जांच टीम गठित की थी।
ढाबे पर कर रहा था काम
विशेष पुलिस टीम ने तकनीकी अनुसंधान के आधार पर जांच को गति दी थी। इसके बाद पुख्ता साक्ष्य मिलने पर आरोपी कृष्णमुरारी उर्फ बबलू पुत्र अमरसिंह राजपूत (37) निवासी अजनावर थाना छीपाबड़ौद को जयपुर से करीब 60 किलोमीटर आगे मोकमपुरा से गिरफ्तार किया गया। वह वहां एक ढाबे पर कार्य कर रहा था। इसके अलावा निर्माणाधीन स्थानों पर भी कारीगर का कार्य करता था। आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी बलात्कार के दो प्रकरण दर्ज हुए थे। इनमें उसकी गिरफ्तारी भी हुई थी। वारदात का पर्दाफाश करने में बारां पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तैनात हैड कांस्टेबल जगदीश शर्मा की भी अहम भूमिका रही। विशेष पुलिस टीम में कुल नौ पुलिस अधिकारी व जवान शामिल थे। आरोपी की लोकेशन उसके मोबाइल के आधार पर ट्रेस की जा रही थी।
अब दूर हुआ डर
वारदात की पीडि़ता मीना शर्मा का कहना है कि घटना के बाद से वह सहमी हुई थी, लेकिन मुल्जिम की गिरफ्तारी होने के बाद अब उनका डर काफी हद तक दूर हो गया है। कस्बे के लोगों ने भी इस वारदात का दस दिन में खुलासा करने पर खुशी जताई है।
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