धनिये के भावों ने अब तक के तोड़े सारे रिकॉर्ड
बारां. नये वित्तीय वर्ष की शुरुआत होने पर शुक्रवार को कृषि उपज मंडी में व्यापारियों ने विधिवत गणेशजी की पूजन व शिव अभिषेक कर नीलामी प्रक्रिया शुरू की, 1 अप्रैल से मंडी व्यापारियों द्वारा नए खाता रोकड़ का संधारण किया जाता है।
बारां
Published: April 01, 2022 10:12:18 pm
धनिये के भावों ने अब तक के तोड़े सारे रिकॉर्ड
- नव वित्तीय वर्ष में 12 हजार 201 रुपया प्रति क्विंटल के उच्च स्तरीय भाव पर बिकी मुहूर्त की प्रथम ढेरी
- विधिवत पूजन अर्चना के साथ मंडी व्यापारियों ने शुरू की जिन्सो की नीलामी
बारां. नये वित्तीय वर्ष की शुरुआत होने पर शुक्रवार को कृषि उपज मंडी में व्यापारियों ने विधिवत गणेशजी की पूजन व शिव अभिषेक कर नीलामी प्रक्रिया शुरू की, 1 अप्रैल से मंडी व्यापारियों द्वारा नए खाता रोकड़ का संधारण किया जाता है।
कृषि उपज मंडी के कच्चा पक्काआढ़तियों द्वारा यहां मुख्य प्रवेश द्वार पर स्थित शिव गणेश मंदिर पर गणेशजी की पूजा अर्चना की वही शिव अभिषेक किया तथा प्रसाद का वितरण किया गया। इस दौरान क वर्ग व्यापार संघ अध्यक्ष मनीष लश्करी, महामंत्री शिवशंकर शर्मा, वरिष्ठ व्यापारी विमल बंसल, राधेश्याम गर्ग, दिनेश बंसल, विजय पतीरा, नंदलाल सुमन, राजेंद्र जैन व सुनील अग्रवाल आदि समेत मुनीम व हम्माल उपस्थित रहे।
इसके बाद प्रथम नीलामी प्रक्रिया धनिये की शुरू की गई। नीलामी के दौरान धनिया की प्रथम नीलामी ऊपर में 12 हजार 201 रूपये प्रति क्विंटल के भाव से बोली छूटी। जो कि इस सीजन के अब तक के सर्वाधिक भाव है। धनिया के भाव में निरंतर तेजी बनी हुई है। जहां एक और दीपावली के समय धनिया महज 7100 सौ रूपये प्रति क्विंटल तक बिक रहा था। वही आज 12 हजार रूपये के पार हो गया। साथ ही एवरेज माल 10 हजार से 11हजार रूपए प्रति क्विंटल तक बिक रहा है। कृषि उपज मंडी में नव वित्तीय वर्ष पर करीब ढाई हजार बोरी धनियां, 15 हजार कट्टे सरसों तथा 6 0 हजार कट्टे गेहूं की आवक समेत करीब 5000 कट्टे चने की भी आवक हुई है।
------
लहसुन की खुदाई ने पकड़ा जोर
बारां. जिले में अब किसान लहसुन की खुदाई के कार्य में जुट गए हैं। जहां एक और सरसों की कटाई व थ्रेसिंग कुछ क्षेत्र में छोड़कर करीब पूरी हो चुकी है। वही अब लहसुन की खुदाई शुरू हो गई है। जिले में इस वर्ष करीब 36 हजार हेक्टेयर में लहसुन की बुवाई की गई थी। जो कि गत वर्ष की तुलना में करीब 3 हजार हेक्टेयर कम है। हालांकि लहसुन के भाव में तेजी नहीं देखी जा रही है। साधारण लहसुन 2000 रूपए प्रति क्विंटल से लेकर अधिकतम 5500 रूपये प्रति क्विंटल तक बिक रहा है। वही ऊंटी किस्म का लहसुन 8 6 00 रूपये प्रति क्विंटल के ऊपर बिक रहा है। इस बार लहसुन का उत्पादन भी कम ही निकल रहा है। इस बार 45 से 50 क्विंटल प्रति हैक्टर तक ही लहसुन निकल रहा है। जबकि करीब 6 0 क्विंटल तक प्रति हेक्टर लहसुन का उत्पादन निकलता है। कृषि विभाग के जानकार बताते हैं की इस बार जमीन में नमी अधिक होने के कारण लहसुन की गांठे मोटी नहीं हो पाई। जिसके चलते उत्पादन कम बैठ रहा है। जिला मुख्यालय पर स्थित लहसुन मंडी करीब 40 दिनों से ठप पड़ी हुई है। अब आगामी 6 अप्रैल से मंडी में पुन: लहसुन की बिकवाली का कारोबार शुरू होगा।

धनिये के भावों ने अब तक के तोड़े सारे रिकॉर्ड
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
