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Bribe case-घूस की मंड़ी बना थाना, दस हजार लाओ , आरोपी का मामले से नाम हटाओ,थाने में रिश्वत लेते धरा कांस्टेबल

घूस की मंड़ी बना थाना, दस हजार लाओ आरोपी का मामले से नाम हटाओकोटा जिले के अयाना थाने का मामलाथाने में रिश्वत लेते धरा कांस्टेबल,हैड़ कांस्टेबल व थाना प्रभारी की भी मिलीभगत
 
 

बारांAug 09, 2019 / 09:35 pm

Shivbhan Sharan Singh

Bribe case-घूस की मंड़ी बना थाना, दस हजार लाओ , आरोपी का मामले से नाम हटाओ,थाने में रिश्वत लेते धरा कांस्टेबल

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घूस की मंड़ी बना थाना, दस हजार लाओ आरोपी का मामले से नाम हटाओ
कोटा जिले के अयाना थाने का मामला
थाने में रिश्वत लेते धरा कांस्टेबल,
हैड़ कांस्टेबल व थाना प्रभारी की भी मिलीभगत

बारां. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बारां की टीम ने शुक्रवार को कोटा ग्रामीण के अयाना पुलिस थाने पर तैनात कांस्टेबल रमेश कुमार को दहेज प्रताडऩा के एक प्रकरण में आरोपियों के नाम हटाने के लिए दस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। इस प्रकरण में अयाना थाना प्रभारी विनोद कुमार व हैड कांस्टेबल उमर मोहम्मद की मिलीभगत सामने आयी है। इनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है। एसीबी ने थाना प्रभारी व कांस्टेबल रमेश कुमार के सरकारी आवासों की जांच की। इस प्रकरण से सम्बंधित रिकॉर्ड थाने से जब्त किया गया है।
ब्यूरो के बारां सीआई ज्ञानचन्द मीणा ने बताया कि बारां शहर के शाहाबाद दरवाजा निवासी परिवादी मोहनलाल बैरवा के पुत्र दीपक की शादी अयाना थाना क्षेत्र में हुई है। दीपक की पत्नी ने अयाना थाने पर परिवादी समेत परिवार के आठ जनों के खिलाफ दहेज प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। प्रकरण की जांच थाना प्रभारी विनोद कुमार कर रहे थे।
70 हजार मांगे, 20 में किया सौदा
परिवादी मोहनलाल ने गत 23 जुलाई को बारां एसीबी चौकी पर दर्ज कराई शिकायत में कहा कि अयाना थाने का हैड कांस्टेबल उमर मोहम्मद इस प्रकरण में परिवादी के परिवार के आरोपी सात लोगों के नाम हटाने के लिए दस हजार रुपए प्रति आरोपी के हिसाब से 70 हजार रुपए की मांग कर रहा है। शिकायत का 23 जुलाई को ही सत्यापन कराया गया। सत्यापन के दौरान आरोपी उमर मोहम्मद ने बीस हजार रुपए में सौदा तय किया तथा पांच हजार रुपए प्राप्त कर लिए। इसके बाद शेष राशि देने के लिए परिवादी को शुक्रवार को बुलाया था।
थाने में ही ली रिश्वत
एसीबी ने शुक्रवार को ट्रेप कार्रवाई के लिए जाल बिछाया, लेकिन हैड कांस्टेबल उमर मोहम्मद अवकाश पर होने के कारण उसने फोन पर वार्ता कर राशि दस हजार रुपए थाने के कांस्टेबल रमेश कुमार को देने को कहा। इस पर रमेश कुमार ने रिश्वत राशि लेकर बैग में रख ली। एसीबी टीम ने रिश्वत राशि रमेश के कब्जे से बरामद की तथा आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया।
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