मरम्मत के बाद भी फूल रहा लाइनों का दम
बारांPublished: May 18, 2019 11:18:16 am
हर रोज किसी ना किसी क्षेत्र में विद्युत लाइनों के मरममत व रखररखाव का काम किया जा रहा है, लेकिन काम है कि समाप्त ही नहीं हो रहा है। एक ओर तो काम तो पूरा नहीं हो रहा, दूसरी ओर आंधी हवा चलने के साथ ही विभिन्न कॉलोनियों बाजारों में विद्युत लाइनें दम तोड़ रही है
हकीम पठान
बारां. शहर में हर रोज किसी ना किसी क्षेत्र में विद्युत लाइनों के मरममत व रखररखाव का काम किया जा रहा है, लेकिन काम है कि समाप्त ही नहीं हो रहा है। एक ओर तो काम तो पूरा नहीं हो रहा, दूसरी ओर आंधी हवा चलने के साथ ही विभिन्न कॉलोनियों बाजारों में विद्युत लाइनें दम तोड़ रही है। हाल यह है कि आंधी हवा चलने के साथ ही विद्युत निगम की ओर से शहर के चारमूर्ति चौराहा के समीप एईएन कार्यालय परिसर में संचालित कम्पलेन कॉल सेन्टर के फोन की घंटियां घनघनाना शुरू हो जाती है। शहर में गुरुवार शाम आंधी हवा चली तो करीब 117 स्थानों पर विद्युत फाल्ट की शिकायतें मिली।
औसतन 70 शिकायतें रोजाना
शहर में ऐसा नहीं है कि अन्य दिनों में विद्युत लाइनों में खराबी नहीं आ रही है। सामान्य दिनों में भी औसतन 50 से 70 शिकायते रोज आ रही हैं। बस कॉल सेन्टर के इन आंकड़ों से ही शहर में विद्युत लाइनों के मरम्मत व रखरखाव व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है। सामान्य दिनों में ही शहर की विभिन्न कॉलोनियों व गली मोहल्लों में प्रतिदिन 70 स्थानों पर विद्युत लाइनों में खराबी आ रही है। हर रोज हजारों उपभोक्ताओं को नियमित रूप से बिलों का भुगतान करने के बावजूद खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कम पडऩे लगी टीमें
विद्युत वितरण निगम की ओर से बारां शहर के लिए एक एईएन की नियुक्ति की हुई है तथा उसके अधीन तीन जेईएन कार्यरत है। इनके लिए दो एफआरटी (फाल्ट रिडेक्शन टीम) हैल्प लाइन टीम लगाई हुई हंै। हालांकि निगम की ओर से वर्षो पहले जब एफआरटी की व्यवस्था लागू की थरी, उस समय पूरे शहर के लिए एक मात्र एफआरटी शुरू की गई थी, लेकिन इससे पार नहीं पड़ी तो उपभोक्ताओं की शिकायतों के आधार पर एक ओर टीम स्वीकृत की गई।
अब शिकायतों की संख्या फिर बढऩे लग गई। इससे दो टीम से भी पार नहीं पड़ रही है। टीम को एक शिकायत का निस्तारण करने में करीब आधे से एक घंटे का समय लग रहा है।
गुणवत्तापूर्ण काम हो तो नहीं आए खराबी
सूत्रों का कहना है कि विद्युत लाइनों की मरम्मत व रखरखाव का कार्य तो किया जाता है, लेकिन गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं होने से बारबार खराबी आ रही है। फाल्ट आने पर हैल्प लाइन टीम मौके पर पहुंचती है तथा उपभोक्ताओं के दबाव को देखते हुए वह तुरत-फुरत में काम चलाऊ व्यवस्था कर आपूर्ति सुचारू कर देते है, लेकिन एक-दो दिन बाद फिर उसी स्थान पर खराबी आ जाती है। जेईएन टीम से सम्पर्क कर खराबी के बारे में गहनता से जानकारी नहीं ले रहे तथा दूसरे दिन मौके पर पहुंचकर स्थायी रूप से समस्या का निस्तारण कराने पर भी ध्यान नहीं दे रहे।
शहर में लगातार सुधार कार्य कराए जा रहे हैं, इससे काफी राहत है। वितरण सिस्टम ओपन होने के कारण आंधी तूफान में अधिक प्रभावित होता है। फिर भी सम्बंधित जेईएन व एफआरटी को दिशा-निर्देश दिए जाएंगे।
पीके अग्रवाल, एक्सईएन, विद्युत वितरण निगम