scriptपांच साल में पूरा नहीं हुआ काम | Completed not completed in five years | Patrika News

पांच साल में पूरा नहीं हुआ काम

locationबारांPublished: Mar 26, 2019 05:45:53 pm

Submitted by:

Mahesh

बारां. करीब पांच वर्ष पहले शहर को बाढ़ से बचाने के लिए बढ़े उतावलेपन से शुरू की गई बाढ़ बचाओ योजना (फ्लड मिटीगेशन स्कीम) अब तक हिचकोले खा रही है। सरकार की ओर से दो वर्ष की अवधि में कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया था, लेकिन इस अवधि को समाप्त हुए भी दो वर्ष हो गए।

baran

बारां. करीब पांच वर्ष पहले शहर को बाढ़ से बचाने के लिए बढ़े उतावलेपन से शुरू की गई बाढ़ बचाओ योजना (फ्लड मिटीगेशन स्कीम) अब तक हिचकोले खा रही है।

बारां. करीब पांच वर्ष पहले शहर को बाढ़ से बचाने के लिए बढ़े उतावलेपन से शुरू की गई बाढ़ बचाओ योजना (फ्लड मिटीगेशन स्कीम) अब तक हिचकोले खा रही है। सरकार की ओर से दो वर्ष की अवधि में कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया था, लेकिन इस अवधि को समाप्त हुए भी दो वर्ष हो गए। अब तक भराव होने वाले पानी को शहर से बाहर ले जाने का पुख्ता बंदोबस्त तक नहीं हुआ। बारिश के दिनों मेंशहर के विभिन्न क्षेत्रों में जल भराव होने से लोगों को होने वाली परेशानी से राहत नहीं मिली है। फिलहाल इस योजना के तहत बनाए जा रहे डायवर्जन चैनल का काम कृषि उपज मंडी से चार सौ मीटर आगे करीब 713 मीटर क्षेत्र में कई दिनों से बंद पड़ा हुआ है।
फिर अलापा वही राग
सरकार की ओर से वर्ष 2015 की शुरुआत में बारां को बाढ़ बचाओ योजना स्वीकृत कर करीब 152 करोड़ की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की गई। योजना के 11 पैकेज बनाए गए तथा वर्ष 2015 में ही संवेदक फर्मो को कार्यादेश दिए थे। आदेशों के तहत जून 2017 तक सभी पैकेजों के काम पूर्ण होने थे, लेकिन अब तक डायवर्जन चैनल समेत कुछ पैकेज का काम अधूरा पड़ा है। विभाग की ओर से जून 2019 तक काम पूरा करने की बात कही जा रही है। गत वर्ष इसी तरह जून 2018 तक काम पूर्ण करने की बात कही गई थी।
ऐसे फंसता रहा पेच
जल संसाधन विभाग की ओर से योजना का मसौदा तैयार करते समय जमीनी स्तर पर काम ही नहीं किया। अधिकारियों के भरोसे पर सरकार ने प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति भी जारी कर दी। टैंडर प्रक्रिया कर ली गई, लेकिन जहां काम होना है उस भूमि का अधिग्रहण ही नहीं किया गया। फिर भूमि अवाप्ति के पुराने प्रावधानों में भी संशोधन हो गया तो नए प्रावधानों के तहत प्रक्रिया पूर्ण होने में समय लग गया। इसके अलावा कुछ लोग न्यायालय में चले गए। अभी भी दो लोगों ने हाईकोर्ट से स्टे ऑर्डर लिया हुआ है। अब स्टे ऑर्डर खारिज होने के बाद काम शुरू होगा।
फिलहाल यह है स्थिति
योजना के तहत 11 पैकेज तैयार किए गए हैं। इनमें से सात पैकेज में काम पूरा हो गया है। शेष तीन पैकेज के काम बाणगंगा नदी पर चल रहे हैं। इनमें फिलहाल ब्लास्टिंग की जा रही है। एक मात्र डायवर्जन के चैनल में अधिक दिक्कत हो रही है। डायवर्जन के लिए कुल 26सौ मीटर में नाला निर्माण होना है, लेकिन करीब 713 मीटर लम्बाई क्षेत्र में कार्य को लेकर हाई कोर्ट ने स्टें दिया हुआ है। इससे यहां काम बंद पड़ा हुआ है। हालांकि अन्य पैकेज के काम होने से शहर में गत वर्ष भारी बारिश के बावजूद बाढ़ से राहत रही थी।
& योजना के कुल 11 में से 7 पैकेज पूर्ण व तीन में 90 प्रतिशत काम हो गया। डायवर्जन के करीब 713 मीटर लम्बाई क्षेत्र में स्टे होने से काम बंद पड़ा है। इसके लिए न्यायालय में जवाब प्रस्तुत किए जा रहे हैं। वैसे जिला कलक्टर विशेष रुचि ले रहे हैं, उन्होंने न्यायालय में गए लोगों से वार्ता भी की है। स्टे हटा तो बारिश से पहले काम कर लिया जाएगा।
सत्यनारायण पारीक, एक्सईएन, जल संसाधन विभाग
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो