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जीका वायरस भी नहीं भर पा रहा पद

locationबारांPublished: Oct 13, 2018 11:58:05 am

Submitted by:

Dilip DILIP VANVANI

जिले में मौसमी बीमारियां लगाातार हावी है। मच्छर जनित बीमारियां भी बढ़ती जा रही है, लेकिन जिले में मच्छरों के आतंक पर प्रभावी नियंत्रण रखने के लिए वीबीडी कंस्लटेंट (वेक्टर बोर्न डिजीज सलाहकार) व मलेरिया निरीक्षक समेत स्वास्थ्य सेवा के करीब दस पद खाली पड़े हुए हैं। हालांकि राजधानी में जीका वायरस सक्रिय हुआ तो विभागीय अधिकारियों की नींद टूट गई। उच्च स्तर से कुछ दिनों पहले एक वीबीडी कंसलटेंट की नियुक्ति कर दी, लेकिन उसने भी फिलहाल

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जीका वायरस भी नहीं भर पा रहा पद

बारां. जिले में मौसमी बीमारियां लगाातार हावी है। मच्छर जनित बीमारियां भी बढ़ती जा रही है, लेकिन जिले में मच्छरों के आतंक पर प्रभावी नियंत्रण रखने के लिए वीबीडी कंस्लटेंट (वेक्टर बोर्न डिजीज सलाहकार) व मलेरिया निरीक्षक समेत स्वास्थ्य सेवा के करीब दस पद खाली पड़े हुए हैं। हालांकि राजधानी में जीका वायरस सक्रिय हुआ तो विभागीय अधिकारियों की नींद टूट गई। उच्च स्तर से कुछ दिनों पहले एक वीबीडी कंसलटेंट की नियुक्ति कर दी, लेकिन उसने भी फिलहाल यहां कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उच्च स्तर से ही स्वीकृत पदों को भरने में उदासीनता बरती जा रही है।
यह पद हैं स्वीकृत
स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभावी संचालन व नियंत्रण को लेकर जिला स्तर पर जिला जन स्वास्थ्य पर्यवेक्षक के दो, मलेरिया पर नियंत्रण व अन्य गतिविधियों के लिए मलेरिया इंस्पेक्टर के तीन पद स्वीकृत हैं। इसके अलावा एंडोमोलोजिस्ट का एक पद व वीबीडी कंसलटेंट के जिला स्तर पर एक व ब्लॉक स्तर पर तीन समेत चार पद स्वीकृत हैं, लेकिन यह सभी दस पद लम्बे अरसे से खाली पड़े हुए हैं। जीका वायरस सक्रिय हुआ तो गत 6 अक्टूबर को जिला स्तर पर एक वीबीडी कंसलटेंट की नियुक्ति की गई, लेकिन फिलहाल वह भी जयपुर में ही सेवा दे रहे हैं।
अन्ता में मच्छरों का घनत्व दो से अधिक
चिकित्सा सूत्रों का कहना है कि किसी एक क्षेत्र में किसी रोग से सम्बंधित मच्छर का घनत्व 3.3 से अधिक पाए जाने पर उस रोग के फैलने की संभावना बढ़ जाती हैं। पिछले माह यहां सीएमएचएचओ कार्यालय में नियुक्त एपि डेमियोलॉजिस्ट दिनेश साहू ने मच्छरों का घनत्व जांचा तो अन्ता में डेंगू व मलेरिया के मच्छरों का घनत्व दो से अधिक पाया गया था। इसी कारण जिले में अन्ता ब्लॉक में मौसमी बीमारियों के सबसे अधिक रोगी मिल रहे हैं। यहां अब तक स्वाइनफ्लू के 19 रोगी मिले। इनमें से पांच की मौत हो गई। स्क्रबटायफस के 17 रोगी में से एक की मृत्यु तथा डेंगू के सबसे अधिक 40 रोगी चिन्हित हुए है। इसमें से एक की मृत्यु हुई है। इस तरह अन्ता ब्लॉक में तीन बीमारियों से सात जनों की जान जा चुकी है।
कर रहे क्रॉस वेरिफिकेशन
उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेन्द्र मीणा ने बताया कि बीमारियों को लेकर विभागीय स्तर पर प्रभावी गतिविधियां की जा रही है। पाटून्दा में गुरुवार को स्वाइनफ्लू पॉजीटिव मिलने पर बडग़ांव की रैपिड रेस्पांस टीम द्वारा की गई गतिविधियों का उन्होंने शुक्रवार को गांव में पहुंच कर क्रोस वेरिफिकेशन किया। बाद में गांव के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों व छात्र-छात्राओं को जानकारी देकर रविवार को साप्ताहिक सूखा दिवस मनाने के लिए प्रेरित किया। यहां बडग़ांव के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. नीरज नागर भी मय टीम के मौजूद थे। इससे पहले बालदडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि रिक्त पदों को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया हुआ है।

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