मतगणना सुबह नौ बजे शुरू हुई तथा पहले राउंड में पांच वार्डों की ईवीएम खोली गईं। इन सभी वार्डों में कांग्रेस के उम्मीदवार विजयी रहे। यह नतीजे जानने के बाद भाजपा नेता सकते में आ गए तो कांग्रेस नेताओं की बांछें खिल गई। वे 40 से 45 वार्डों में जीत के दावे करने लगे। यह सभी वार्ड शहर के बाहरी क्षेत्र (कोटा रोड) के हैं। इनमें भाजपा नेता अपनी जीत के दावे कर रहे थे।दूसरे राडंड में भाजपा का खाता खुला। इसमें 6 से 10 नम्बर वार्डों की ईवीएम मशीनों के मतों की गणना की गई। इस राउंड के वार्ड 6, 8 व 10 में भाजपा उम्मीदवारों ने जीत का परचम फहराया। इससे भाजपा के वापसी की उम्मीदें बंधी, लेकिन बाद में राउंडवार हुई मतगणना में कांग्रेस ने अच्छी बढ़त बनाती चली गईं, लेकिन मुस्लिम मतदाता बहुल वार्डों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। एसडीपीआई के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े चारों उम्मीदवारों ने कांग्रेस उम्मीदवारों को पाराजित कर दिया।
अन्ता. नगरपालिका अन्ता के 35 वार्डों में 16-16 प्रत्याशी भाजपा तथा कांग्रेेस के जीते हैं। वहीं तीन निर्दलीय उम्मीदवार मैदान मार गए। ऐसे में कांग्रेस तथा भाजपा के बीच बराबर का आंकड़ा रहने से अब बाजी निर्दलीय प्रत्याशियों के हाथ चली गई है। जिस कारण दोनों ही दल इन्हें काबू में करने में जुट गए। चुनाव परिणाम जानने के लिए यहां नागरिकों की भीड़ जुटी रही। कई लोग रेल की पटरी पर खड़े हो परिणाम जानने को उत्सुक रहे। विजेता की घोषणा होते ही समर्थकों ने अपने अपने पक्ष में नारेबाजी की। मतगणना काचरी मार्ग स्थित आईटीआई भवन में की गई थी। जहां अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्वर्णकार, पुलिस उपाधीक्षक जिनेन्द्र जैन सहित अन्य अधिकारियों की देखरेख में पुलिस जाप्ता तैनात रहा। ऐसे में काचरी रेल्वे फाटक के आगे बिना पासधारी व्यक्ति सहित किसी भी वाहन को नहीं जाने दिया गया। इससे पूर्व के दो चुनाव में यहां कांग्रेस के बोर्ड बने थे। अन्ता में क्षेत्रीय विधायक प्रमोद जैन भाया की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई हैं। ऐसे में वे कांग्रेस का बोर्ड बनाने के भरसक प्रयास कर रहे हैं तो अब क्षेत्रीय सांसद दुष्यंत सिंह भी सक्रिय हुए हैं।