चरमरा रही चिकित्सा व्यवस्था, एक डॉक्टर के भरोसे 32 गांव, सहरिया बहुल गांव में नहीं जानते कोरोना
देवरी. कस्बे के आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मात्र एक चिकित्सक के भरोसे 32 गांवों की जिम्मेदारी है। जिसके चलते लोगों को इलाज के लिए खासी परेशानी होती है। विभागीय बैठकों सहित अन्य कार्यों के लिए चिकित्सक को इधर-उधर दौड़ लगानी पड़ती है।

देवरी. कस्बे के आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मात्र एक चिकित्सक के भरोसे 32 गांवों की जिम्मेदारी है। जिसके चलते लोगों को इलाज के लिए खासी परेशानी होती है। विभागीय बैठकों सहित अन्य कार्यों के लिए चिकित्सक को इधर-उधर दौड़ लगानी पड़ती है। जिससे मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिलता। क्षेत्र में इस समय सर्दी जुखाम खांसी के रोगी इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं।
केन्द्र पर कचकेत्सकों के दो पद सृजित हैं, इनमें एक रिक्त है। लेडी हेल्थ विजिटर का भी पद रिक्त है तो अकाउंटेंट के आकस्मिक निधन होने के बाद से अकाउंटेंट का पद भी रिक्त चल रहा है जिसके चलते कई विभागीय कार्य भी रुके हुए हैं । क्षेत्र के विभिन्न गांव में 7 एएनएम उप स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्यरत हैं, जो समय पर गांव के उप स्वास्थ्य केंद्रों पर नहीं पहुंच रही। जिसके चलते लोगों को इलाज के लिए देवरी व शाहाबाद तक की दौड़ लगानी पड़ रही है। कई उप स्वास्थ्य केंद्रों पर तो महीनों तक ताले लगे रहते हैं आसपास साफ.-सफाई तक नहीं है तो कई उप स्वास्थ्य केंद्र का अपना भवन नहीं है।
क्या है कोरोना वायरस...
क्षेत्र के बीलखेड़ा डांग, हरीनगर, चौराखाड़ी व सनवाड़ा आदि सहरिया बहुल गांव में जब पत्रिका टीम ने कोरोना वायरस की बीमारी को लेकर पूछताछ की तो महज एक युवा इसके बारे में बता सका। अन्य बुजुर्ग, महिलाएं सहित ग्रामीणों को कोरोनावायरस नामक बीमारी की जानकारी तक नहीं है। ग्रामीण जनमेद सहरिया व बाबू ने बताया कि इन गांव में अगर चिकित्सा विभाग की टीमें लोगों के बीच जाकर पहुंचे तब जाकर लोगों को जानकारी मिले।
एएनएम भी नहीं पहुंच रही केन्द्र
देवरी कस्बे की आदर्श पीएससी में 7 उप स्वास्थ्य केंद्र आते हैं। जिनमें 7 एएनएम लगी हुई है, जो समय पर उप स्वास्थ्य केंद्रों पर नहीं पहुंच रही हैं। उप स्वास्थ्य केंद्रों पर ग्रामीणों को हमेशा ताला लगा ही नजर आता है। जिसके चलते लोगों को उपचार के लिए देवरी व शाहाबाद चिकित्सालय जाना पड़ता है। एएनएम समय पर उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं खोलने के कारण लोगों को कोरोना वायरस नामक बीमारी की जानकारी भी नहीं है।
-कोरोना वायरस को लेकर ओपीडी में आने वाले मरीजों को पोस्टर देकर जागरूक किया जा रहा है। आगे भी लोगों को जागरूक करने के लिए पेम्पलेट बांटे जाएंगे। जो एएनएम उप स्वास्थ्य केंद्रों पर नहीं पहुंच रहे, उनके खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. राहुल राणा, चिकित्सा प्रभारी देवरी
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